भीमा हत्याकांड की रिपोर्ट अब सितंबर में: न्यायिक जांच आयोग को 3 माह में देनी थी रिपोर्ट, 3 साल हो गए; एक साल और कार्यकाल बढ़ाने से सरकार का इंकार
9 अप्रैल 2019 को बारूदी सुरंग विस्फोट में भीमा सहित चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।
रायपुर, 06 जून 2022। भाजपा के पूर्व विधायक भीमा मंडावी हत्याकांड की जांच रिपोर्ट अब 7 सितंबर तक आएगी। इससे पहले राज्य सरकार ने 8 जून 2022 तक रिपोर्ट देने के लिए अंतिम अवसर दिया था, लेकिन आयोग ने एक साल और कार्यकाल बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव पर राज्य सरकार ने इंकार कर दिया है। हालांकि तीन माह का अतिरिक्त समय और दिया है।
छत्तीसगढ़ में 2018 में कांग्रेस की जीत की सुनामी में बस्तर संभाग से भीमा मंडावी ही अकेले विधायक थे, जो जीतकर आए थे, लेकिन लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान 9 अप्रैल 2019 को श्यामगिरी रास्ते पर बारूदी सुरंग विस्फोट में भीमा के साथ-साथ चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने सिक्किम हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सतीश के. अग्निहोत्री की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था। आयोग को तीन महीने में रिपोर्ट देनी थी, लेकिन जांच पूरी नहीं होने के कारण लगातार कार्यकाल में वृद्धि की जाती रही।
इस साल एक फरवरी को राज्य सरकार ने आयोग के कार्यकाल में चार महीने की वृद्धि करते हुए अंतिम अवसर दिया था। इस लिहाज से 7 जून को आयोग का कार्यकाल समाप्त हो जाता, लेकिन आयोग की ओर से फिर एक साल के लिए कार्यकाल बढ़ाने की मांग की गई थी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस प्रस्ताव पर असहमति जताई है। हालांकि 3 महीने का अतिरिक्त समय देने का निर्णय लिया गया है। इसके मुताबिक 7 सितंबर को आयोग का कार्यकाल समाप्त होगा।