योजना भवन की आलमारी से 2.31 करोड़ कैश जब्त : मंत्रालय से लगे योजना भवन की बंद आलमारी से निकले नोटों के बंडल, सोने की बिस्किट
मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को दी पूरे मामले की रिपोर्ट. जांच के लिए एसआईटी गठित की गई.
जयपुर ब्यूरो. आरबीआई ने जब दो हजार के नोट बंद करने का निर्णय लिया, उसके कुछ देर बाद राजस्थान के मंत्रालय से लगे योजना भवन की एक बंद आलमारी से 2.31 करोड़ कैश बरामद किया गया. साथ ही, एक किलो वजन की सोने की बिस्किट भी जब्त की गई है. यह घटना प्रकाश में आने के बाद सरकारी दफ्तरों में हड़कंप मंच गया. योजना भवन के बेसमेंट में कई आलमारियां रखी हुई थीं. उन्हीं में से एक में यह रुपए और सोना बरामद हुआ है. मुख्य सचिव उषा शर्मा ने सीएम अशोक गहलोत को घटना की जानकारी दी है. वहीं, मुख्य सचिव शर्मा के साथ डीजीपी उमेश मिश्रा और जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने देर रात मीडिया से चर्चा में घटना की जानकारी दी. योजना भवन में आईटी विभाग, आधार-यूआईडी के दफ्तर हैं. यूआईडी से जुड़े एक अफसर पर संदेह जताया जा रहा है. पुलिस कमिश्नर ने जल्द ही मामले का खुलासा करने का दावा किया है. जांच के लिए टीम बनाई गई है.
चाबी नहीं मिल रही थी, इसलिए ताला तोड़ा
पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि बेसमेंट से नकदी और सोना मिला है, वहां ई-फाइलिंग प्रोजेक्ट के तहत फाइलों को स्कैन कर डिजिटाइज किया जा रहा है. वहां दो अलमारियां बंद थीं, उनकी चाबियां नहीं मिल रही थीं. जब चाबियां नहीं मिलीं तो उन अलमारियों को लॉक तोड़कर खोला गया. एक अलमारी में फाइलें मिलीं, जबकि दूसरी अलमारी में एक ट्रॉली सूटकेस मिला. इसी ट्रॉली सूटकेस को खोलकर देखा तो उसमें नोट भरे हुए थे. इसके बाद कर्मचारियों ने अशोक नगर थाने को सूचना दी. थाने से जब पुलिस पहुंची तो उनके भी होश उड़ गए. नोट गिनने की मशीन से सारे नोटों को गिना गया तो 2.31 करोड़ कैश का पता चला. साथ ही, एक किलो सोने के बिस्किट भी मिले हैं.
शक के घेरे में योजना भवन के कर्मचारी
योजना भवन के बेसमेंट में मिली राशि और सोने को लेकर कुछ अधिकारी-कर्मचारियों पर शक है. पुलिस ने सात कर्मचारियों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. जयपुर पुलिस कमिश्नर के मुताबिक जिस अलमारी से नकदी और सोना बरामद हुआ, वह कई महीनों से बंद पड़ी थी. बेसमेंट में आधार-यूआईडी से जुड़े कर्मचारियों का आना-जाना था, पुलिस बेसमेंट में अलमारियों तक एक्सेस रखने वाले कर्मचारियों से पूछताछ करेगी. पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाकर जांच शुरू की है. योजना भवन के बेसमेंट में जाने-आने वालों के सीसीटीवी फुटेज भी देखे जा रहे हैं. दूसरी तरफ अलमारी में मिली नकदी को लेकर सभी विभाग चुप हैं. योजना भवन में कोई भी विभाग इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है.