रिश्वत के 2.31 करोड़ थे अलमारी में : राजस्थान में योजना भवन के बेसमेंट की आलमारी में मिला कैश-गोल्ड जॉइंट डायरेक्टर का निकला, हिरासत में
जयपुर ब्यूरो. राजस्थान के मंत्रालय से लगे योजना भवन के बेसमेंट की अलमारी में जो 2.31 करोड़ कैश और एक किलो के सोने की सिल्ली मिली थी, वह रिश्वत की थी. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने 50 से ज्यादा अधिकारी कर्मचारियों से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद यह पता लगा ही लिया कि भ्रष्टाचार की इस राशि का हिस्सेदार कौन है. सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DOIT) के सिस्टम एनालिस्ट जॉइंट डायरेक्टर को हिरासत में लिया गया है. जॉइंट डायरेक्टर का नाम वेदप्रकाश यादव है. पूछताछ में उसने स्वीकार किया है कि उसने रिश्वत में मिलने वाली राशि अलमारी में रखी थी. मजेदार बात यह है कि उसी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में यादव पकड़ा गया, जिसकी खरीदी में भी उसने रिश्वत ली थी.
अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि यादव 1994 में प्रोग्रामर के रूप में भर्ती हुआ था. वह पिछले 20 साल से DOIT के बेसमेंट स्थित स्टोर का इंचार्ज है. 2019-20 में वह जॉइंट डायरेक्टर बना, लेकिन स्टोर का इंचार्ज बना रहा. एक और जो महत्वपूर्ण बात है, वह यह कि यादव कई परचेज कमेटी का सदस्य था. इन कमेटियों के जरिए सीसीटीवी कैमरे, कंप्यूटर, एलईडी आदि की खरीद की जाती थी. इससे कमीशन मिलता था. यादव ने पूछताछ में बताया कि वह पहले घर पर रकम रखता था, लेकिन एसीबी के डर से जुलाई 2021 से ऑफिस की अलमारी में रखने लगा. अलमारी को वही ऑपरेट करता था, लेकिन जब ई फाइलिंग योजना के तहत फाइलों को डिजिटाइज किया जा रहा था, तब उसने चाबी होने से इंकार कर दिया था, इसलिए कर्मचारियों ने अलमारी तोड़ दी थी. इसके बाद भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ.
बता दें कि आरबीआई ने जब दो हजार के नोट बंद करने का निर्णय लिया, उसके कुछ देर बाद राजस्थान के मंत्रालय से लगे योजना भवन की एक बंद आलमारी से 2.31 करोड़ कैश बरामद किया गया. साथ ही, एक किलो वजन की सोने की बिस्किट भी जब्त की गई है. यह घटना प्रकाश में आने के बाद सरकारी दफ्तरों में हड़कंप मंच गया था. योजना भवन के बेसमेंट में कई आलमारियां रखी हुई थीं. उन्हीं में से एक में यह रुपए और सोना बरामद हुआ. मुख्य सचिव उषा शर्मा ने सीएम अशोक गहलोत को घटना की जानकारी दी थी. वहीं, मुख्य सचिव शर्मा के साथ डीजीपी उमेश मिश्रा और जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने देर रात मीडिया से चर्चा में घटना की जानकारी दी थी. योजना भवन में आईटी विभाग, आधार-यूआईडी के दफ्तर हैं. जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई गई थी.