राजस्थान का नया 'पायलट' कौन, फैसला आज: खड़गे और माकन आज शाम 7 बजे लेंगे विधायकों की बैठक, सचिन-जोशी में से एक पर फैसला संभव
NPG ब्यूरो। राजस्थान में फैसले की घड़ी अब करीब आ चुकी है। आज शाम 7 बजे जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। प्रभारी महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को इंचार्ज बनाया गया है। जाहिर है कि दोनों नेता विधायकों का मन टटोलेंगे कि वे अगले सीएम के रूप से किसे पसंद करेंगे। जहां तक दावेदारों की बात है तो सीएम इन वेटिंग सचिन पायलट पहले दावेदार हैं और सीपी जोशी दूसरे।
पायलट लगातार विधायकों से बात कर रहे हैं। इनमें गहलोत खेमे के वे विधायक भी शामिल हैं, जिनसे अच्छे संबंध नहीं हैं। यदि गहलोत की पसंद पूछी गई तो जोशी का नाम आगे हो सकता है। इन दोनों के अलावा फिलहाल कोई और नाम चर्चा में नहीं है। हालांकि, सत्ता समन्वय के लिए पार्टी आलाकमान कोई तीसरा विकल्प भी प्रस्तुत कर सकती है। पंजाब में स्थिति बनी थी, उसके मद्देनजर पूरी कोशिश इस बात की रहेगी कि सबकुछ समन्वय के साथ हो जाए, जिससे एक साल बाद चुनाव में पार्टी के सामने असमंजस की स्थिति न बने।
सोशल मीडिया पर जो वोटिंग हो रही है, उसमें भी पायलट आगे चल रहे हैं।
गहलोत का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना अब तय
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए 28 सितंबर को नामांकन दाखिल करेंगे। वे 27 सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे। नामांकन के दौरान सभी प्रमुख नेताओं को शामिल होने के लिए कहा गया है। इससे पहले 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक बुलाने से यह साफ माना जा रहा है कि गहलोत का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना तय है। यही वजह है कि उनके बाद मुख्यमंत्री कौन होगा, यह पार्टी ने पहले ही तय करने का फैसला किया है, क्योंकि बाद में मुख्यमंत्री पद के लिए विवाद होने पर गहलोत भी घिर सकते हैं। नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनके सामने यह असहज होने वाली स्थिति होगी। पार्टी भी यह नहीं चाहेगी कि किसी तरह का विवाद हो क्योंकि इसी तरह विवादों के कारण पंजाब में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई।
नामांकन जमा करने का आज दूसरा दिन
कांग्रेस अध्यक्ष के लिए नामांकन का आज दूसरा दिन है। 30 सितंबर तक नामांकन जमा किए जाएंगे। इसके बाद नाम वापसी के लिए 8 अक्टूबर तक का समय निर्धारित है। इसके बाद 17 अक्टूबर को मतदान होना है और 19 अक्टूबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। हालांकि, दो या दो से ज्यादा उम्मीदवार होने की स्थिति में ही मतदान की प्रक्रिया होगी। फिलहाल राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए दो नाम प्रमुख हैं। इनमें गहलोत के अलावा शशि थरूर शामिल हैं। मनीष तिवारी भी नामांकन जमा कर सकते हैं। हालांकि जिस हिसाब से गहलोत के नामांकन से पहले मुख्यमंत्री तय करने की कवायद शुरू हो गई है, उससे माना जा रहा है कि सर्व सम्मति से गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। दोनों ही परिस्थितियों में गैर गांधी अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।