राजधानी का नया धरना स्थल: दूसरी बार बदलेगा धरना स्थल, बूढ़ा पारा में इस शर्त पर होगी इजाजत, जिला प्रशासन का आदेश कभी भी...
रायपुर। बूढ़ा पारा धरना स्थल में अब सीमित संख्या में ही धरना देने की इजाजत होगी। वृहत धरने के लिए रायपुर जिला प्रशासन ने तूता का चयन किया है। कभी भी इसका आदेश जारी हो जाएगा। पता चला है, बूढ़ा पारा में अब 100 से कम लोग धरना-प्रदर्शन कर सकेंगे। इसके अधिक लोगों को धरने में बैठना हो या पब्लिक मीटिंग करनी हो तो तूता जाना होगा।
तूता में इसके लिए डोम बनाया गया है। उसमें पेयजल, शौचालय से लेकर सुरक्षा कर्मियों को रुकने के लिए कमरे भी बनाए गए हैं। बूढ़ा पारा धरना स्थल में सुविधाओं का टोटा था। इंडोर स्टेडियम में प्रदर्शनकारी शौच के लिए जाते थे। बारिश, आंधी में तंबू गिर जाते थे। तूता में जिला प्रशासन ने इन सबका बराबर ध्यान रखा है। धरनास्थल दूसरी बार बदल रहा है। पहले मोतीबाग के पास धरनास्थल था। वहां जाम की स्थिति को देखते उसे बदलकर बूढ़ा पारा किया गया। मगर वहां के लोग भी इससे परेशान है। आए दिन वहां जाम लगे रहते हैं। आसपास की बस्तियों के लोग कई बार सरकार से लेकर जिला प्रशासन को अपनी तकलीफों से अवगत करा चुके हैं। जाहिर है, बूढ़ा पारा में सालोभर धरना, प्रदर्शन चलता रहता है। चुनावी साल में इसे और बढ़ने की संभावना है।