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NSE की पूर्व एमडी के यहां छापा, 'बाबा' को गोपनीय जानकारी देने के आरोप

NSE की पूर्व एमडी के यहां छापा, बाबा को गोपनीय जानकारी देने के आरोप
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By NPG News

नई दिल्ली 17 फरवरी 2022। अज्ञात योगी के कहे पर फैसले करने वाली नेशनल स्टाक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्णा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. चित्रा रामकृष्णा के मुंबई स्थित घर पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा है. आयकर विभाग की टीम उनके घर की तलाशी ले रही है। सेबी समूह संचालन अधिकारी और प्रबंध निदेशक के सलाहकार के रूप में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति से संबंधित प्रतिभूति अनुबंध नियमों में कथित उल्लंघन में उनकी भूमिका की जांच कर रहा है. वहीं तत्कालीन ग्रुप आपरेटिंग आफिसर आनंद सुब्रमण्यम के परिसरों में भी रेड चल रही है.

सेबी की पूछताछ में एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा ने खुलासा किया था कि वो शेयर बाजार के मामलों में हिमालय के एक अज्ञात योगी से राय मशविरा करती थीं. इतनी संवेदनशील जानकारियां किसी और को दिए जाने को लेकर यह मामला गरमा गया है.

आयकर अधिकारियों ने कहा कि रामकृष्ण व अन्य के खिलाफ ये छापे कर चोरी व वित्तीय धांधली के आरोपों के मद्देनजर मारे गए हैं. चित्रा को अप्रैल 2013 में एनएसई का एमडी व सीईओ बनाया गया था. वह दिसंबर 2016 तक इस पद पर रही थीं.

जानकारी के मुताबिक, ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के यहां भी छापेमारी हुई है।सेबी के आदेश में यह भी कहा गया है कि रामकृष्ण ने 'योगी' के साथ एनएसई की वित्तीय और व्यावसायिक योजनाओं, लाभांश परिदृश्य और वित्तीय परिणामों सहित कुछ आंतरिक गोपनीय जानकारियां भी साझा की. इससे उन लोगों को अवैध आर्थिक लाभ हुआ था. सेबी ने रामकृष्ण पर तीन करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था। यह कार्रवाई आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति के मामले में की गई थी. एक्सचेंज के कर्मचारियों के प्रदर्शन मूल्यांकन पर 'योगी' से परामर्श लिया.

चित्रा रामकृष्ण के फैसले की चर्चा चारों तरफ है. आनंद सुब्रमण्यम को NSE में बहुत बड़ी सैलरी हाइक के साथ नियुक्त तो किया ही गया, साथ ही उन्हें मनमाने तरीके से प्रमोट भी किया गया. योगी के कहने पर उन्हें NSE में नंबर 2 बना दिया गया था.

सुब्रमण्यम को कैपिटल मार्केट का कोई अनुभव नहीं था. इसके बावजूद भी उन्हें सैलरी हाइक और प्रमोशन मिलता रहा. उनका पैकेज दो साल के भीतर 2016 तक बढ़कर 4.21 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इतना ही नहीं उन्हें ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर (GOO) की जिम्मेदारी भी दे दी गई थी.

बता दें कि चित्रा रामकृष्णा पर आध्यात्मिक गुरू के साथ गोपनीय जानकारी को साझा करने और एक वरिष्ठ अधिकारी आनंद सुब्रमण्यन की नियुक्ति में अनियमितता का आरोप है.

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