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NPG अपडेट : Five Day Week CM भूपेश का अधिकारियों, कर्मचारियों को बड़ा तोहफा, मगर उन्हें भी अब वक़्त का पाबंद होना होगा

NPG अपडेट : Five Day Week CM भूपेश का अधिकारियों, कर्मचारियों को बड़ा तोहफा, मगर उन्हें भी अब वक़्त का पाबंद होना होगा
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By NPG News

रायपुर, 26 जनवरी 2022. भारत सरकार के कार्यालयों क़ी तरह छत्तीसगढ़ में भी अब फाइव डे वीक हो गया है. जगदलपुर में झंडा फहराने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सूबे के कर्मचारियों को बड़ी सौगात का ऐलान किया. चुकी CM ने कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है, इसलिए उन्हें भी अब वक़्त कि पाबंदी दिखानी होंगी.

फाइव डे वीक कब से प्रभावशील होगा, इस बारे में अभी कोई नोटिफिकेशन नहीं आया है. मगर समझा जाता है, एक अप्रैल से इसका आगाज होगा।चुंकि अब सप्ताह में पांच कार्यदिवस होगा. याने शनिवार, रविवार पूर्णतः छुट्टी. अभी तक सिर्फ सेकेण्ड और थर्ड शनिवार को अवकाश रहता था. और फर्स्ट, फोर्थ शनिवार को कार्यदिवस.

अब पांच दिन होने से जाहिर है ड्यूटी आवर बढ़ेगा. अभी मंत्रालय में 10 से 5 और जिला कार्यालय में 10.30 से 5.30 टाइमिंग है. भारत सरकार में फाइव डे वीक में सुबह 9 से शाम 6 तक वर्किंग आवर है. छत्तीसगढ़ में चुंकि मंत्रालय दूर है, लिहाजा 9 बजे सम्भव नहीं लगता. फिर भी ज्यादा से ज्यादा सरकार राहत दे तब भी 9.30 से 5.30 बजे से कम नहीं किया जा सकता. ये अलग बात है कि मंत्रालय में शाम पांच बजे बस लगती है लेकिन कर्मचारी चार बजे से झोला झंडी उठाना उठाना शुरू कर देते हैं.

जानकारों का मानना है, सरकार कर्मचारी नेताओं के साथ बैठकें कर टाइमिंग का फैसला लेगी मगर ये भी सही है कि हाजिरी टाइम 9.30 से कम नहीं हो सकता।

हालांकि, भारत सरकार में ड्यूटी आवर के मामले में बड़ी सख़्ती है. नौ बजे मतलब नौ बजे. दरअसल, वहाँ सचिव भी साढ़े आठ नौ बजे के बीच पहुँच जाते हैं. यहाँ जैसे नीचे के अफसरों को PA से नहीं इंटरकम पर खुद ही फोन लगाना चालू कर देते हैं. इस वजह से कर्मचारी भी समय पर ऑफिस में होते हैं. छत्तीसगढ़ में अफसर ही साढ़े ग्यारह, बारह बजे से पहले नहीं पहुँचते तो कर्मचारियों से कैसे अपेक्षा रखेंगे कि वो टाइम पर आये, जाये. मंत्रालय में सुनील कुमार जैसे चीफ सिक्रेटरी कर्मचारियों को नहीं कस पाए. उनके समय में सचिव जरूर टाइम फ़ॉलो करने लगे थे.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुंकि सख़्त प्रशासक छबि वाले मुख्यमंत्री हैं. वे चाहें तो जरूर कड़ाई कर सकते हैं. वे वर्किंग कल्चर ठीक कर सकते हैं. ठीक उसी तरह, जिस तरह अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री प्रकाश चंद सेठी जो बाद में केंद्रीय गृह मंत्री बने, वे अपने शासनकाल में वर्किंग कलचर को लेकर बड़ी सख़्ती दिखाई थी. बहरहाल, कर्मचारियों को मुख्यमंत्री से इतनी बड़ी सौगात मिली है तो टाइम की पाबन्दी भी दिखानी होंगी।

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