NPG विशेषः इस IAS ने छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक जिले की कलेक्टरी करने का बनाया नया रिकार्ड
डोमन सिंह ने अपने ही पांच जिलों का रिकार्ड ब्रेक करते हुए छठवे जिले के कलेक्टर बने।
रायपुर, 14 जनवरी 2022। भूपेश सरकार ने कल छह जिलों के कलेक्टरों समेत 16 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया। इनमें सबसे अधिक चौंकाने वाला रहा डोमन सिंह का बलौदा बाजार का कलेक्टर बनना। डोमन सिंह ने अपने ही पांच जिलों का रिकार्ड ब्रेक करते हुए छठवे जिले के कलेक्टर बने। बीजेपी सरकार में मुंगेली से कलेक्टरी की पारी शुरू करने वाले डोमन उसी सरकार में कोरिया के कलेक्टर बनाए गए। फिर कांग्रेस सरकार आई तो कांकेर, जीपीएम के बाद पिछले फेरबदल में फिर महासमुंद का कलेक्टर बनाया गया। और अब बलौदा बाजार।
डोमन सिंह 2009 बैच के प्रमोटी आईएएस अफसर हैं। पोस्टिंग के मामले में डोमन कितने किस्मती रहे हैं, इससे पता चलता है कि 2009 बैच के ही डॉ0 प्रियंका शुक्ला और समीर विश्नोई एक-एक जिले की कलेक्टरी कर पाए हैं। समीर तो 11 महीने ही कोंडागांव में रह पाए। अवनीश शरण और अय्याज तंबोली दो-दो जिला कर पाए हैं।
बहरहाल, इससे पहले चार जिलों की कलेक्टरी तो कई आईएएस ने की है। मगर इससे उपर कोई नहीं जा पाया। चार जिले वाली कलेक्टरी में सुबोध सिंह, सोनमणि बोरा, सिद्धार्थ परदेशी, ठाकुर राम सिंह, आईएएस दयानंद, भीम सिंह और किरण कौशल शामिल हैं। इनमें सबसे बढ़ियां कलेक्टरी सिद्धार्थ परदेशी और ठाकुर राम सिंह की रही। सिद्धार्थ कवर्धा, राजनांदगांव, बिलासपुर और रायपुर के कलेक्टर रहे और राम सिंह रायगढ़, दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर। याने चारों बड़े जिले। ठाकुर जैसी कलेक्टरी तो किसी डायरेक्ट आईएएस ने भी नहीं की। रायगढ़, दुर्ग, बिलासपुर, रायपुर छत्तीसगढ़ में कलेक्टरी के लिए टॉप के जिले माने जाते हैं। फिर भी संख्या की दृष्टि से प्रमोटी होने के बाद भी डोमन सिंह सबसे आगे निकल गए। प्रमोटी में राम सिंह और अशोक अग्रवाल को छोड़ दें तो बाकी सभी बेचारे एक-एक, दो-दो जिले कर पेवेलियन लौट आए। सत्यनारायण राठौर को देखिए, एक जिला। उसी तरह धमेंद्र साहू भी कल नारायणपुर में एक साल भी पूरा नहीं कर पाए। कई प्रमोटी आईएएस तो कलेक्टर भी नहीं बन पाते। बालोद के रहने वाले डोमन सिंह ने ऐसा रिकार्ड बना दिया है कि उसका टूटना अब मुमकिन नहीं है।