पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री... जानिए कौन हैं शाहबाज शरीफ?.. जिन पर 5 शादी करने का लगा है आरोप, विवादों से भरा है पारिवारिक जीवन...
नईदिल्ली 10 अप्रैल 2022। पाकिस्तान में शनिवार को दिन भर चले सियासी ड्रामे के बीच आधी रात के बाद नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान में प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार हार गई। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) मतदान से दूर रही। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के शहबाज शरीफ के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता एक तरफ से साफ हो गया है।
विपक्ष को 174 वोट मिले, हालांकि सरकार बनाने के लिए 172 वोट की जरूरत थी। इमरान नीत पीटीआई गठबंधन के पास 179 सदस्य थे, लेकिन MQM-P समेत बाकी सहयोगियों के साथ छोड़ने से उसके पास 164 सदस्य रह गए थे। दूसरी ओर विपक्ष की संख्या बढ़कर 177 मानी जा रही थी। इमरान के 24 सांसद बागी बताए जा रहे थे। बहरहाल अंतत: इमरान खान की सरकार गिर गई।
जानिए शहबाज शरीफ के बारे में
70 वर्षीय शहबाज शरीफ पाकिस्तान के तीन बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। उन्हें प्रशासनिक स्तर पर काम करने के खास तरीके के लिए जाना जाता है। पंजाब का मुख्यमंत्री रहते हुए शरीफ ने कई बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की योजना बनाई और उन्हें हकीकत बनाया है। इनमें लाहौर स्थित पाकिस्तान का पहला आधुनिक परिवहन व्यवस्था भी शामिल है।
खास बात है कि अपने भाई नवाज के विपरीत शहबाज को सेना के साथ अच्छे रिश्ते रखने के लिए भी जाना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान खान के प्रधानमंत्री कार्यकाल की तुलना में शरीफ राजनीतिक वंश का झुकाव भारत के प्रति ज्यादा सकारात्मक है।
शरीफ का जन्म लाहौर से अमीर परिवार में हुआ, जो उद्योग से जुड़ा हुआ था। उनकी शिक्षा पाकिस्तान में ही हुई। पढ़ाई के बाद वे परिवार के कारोबार का हिस्सा बने और पाकिस्तान की एक स्टील कंपनी के सह मालिक हैं।
उन्होंने सियासी सफर की शुरुआत पंजाब से की और साल 1997 में पहली बार मुख्यमंत्री बने। सैन्य तख्तापलट के बाद उन्हें कैद किया गया और 2000 में सऊदी अरब निर्वासन में भेज दिया गया। 2007 में उन्होंने पाकिस्तान और पंजाब की राजनीति में वापसी की। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज का प्रमुख बनने के साथ उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखा। खास बात है कि दोनों शरीफ भाइयों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, लेकिन शहबाज पर कभी आऱोप साबित नहीं हुए।
शहबाज के पिता का भारत से रिश्ता
भारत में पिता करते थे व्यवसाय, विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए शहबाज के पिता मियां मुहम्मद शरीफ व्यवसायी थे। वह कश्मीर के अनंतनाग जिले के रहने वाले थे, वहीं मां पुलवामा की रहने वाली थीं। भारत-पाक विभाजन के समय शहबाज के पिता पाकिस्तान चले गए थे।नवाज शरीफ के अलावा शहबाज के एक और बड़े भाई अब्बास शरीफ हैं। शहबाज ने 1973 में अपनी कजिन नुसरत शहबाज से शादी की थी। उनसे चार बच्चे सलमान, हमजा, जवेरिया और राबिया हुए। 2003 में शहबाज ने दूसरी शादी तहमीना दुर्रानी से की।
अफवाहों से भरा है पारिवारिक जीवन...
शहबाज की शादी, पत्नियों और परिवार को लेकर कई तरह की कहानियां बताई जाती रही हैं। कहा जाता है कि शहबाज की 5 शादी हुई थीं। दावा किया जाता है कि इनमें से कुछ शादियां गुप्त रखी गई थीं। शहबाज की पहली शादी उनकी कजिन बेगम नुसरत से हुई थी। उनका निकाह 1973 में हुआ था। इन दोनों के 5 बच्चे हैं। नुसरत की 1993 में मृत्यु हो गई थी जिसके बाद शहबाज ने दूसरी शादी की। शहबाज की दूसरी बीवी का नाम नरगिस खोसा बताया जाता है, वह तारिक खोसा की बहन हैं जो संघीय जांच एजेंसी (FIA) से हैं। यह शादी एक समय में काफी चर्चा में रही। इस शादी में शहबाज के परिवारिक सदस्यों, दोस्तों के अलावा बड़े-बड़े राजनेता आए थे।
बताया जाता है कि शहबाज ने सऊदी अरब में आलिया हनी से गुपचुप शादी की थी। यह मामला सामने आने पर उन्होंने आलिया को तलाक दे दिया था। सऊदी में यह भी कहा जाता है कि घुड़सवार पुल, जिसे हनी ब्रिज भी कहा जाता है, उसे शहबाज ने अपनी तीसरी पत्नी के घर पहुंचने के दौरान ट्रैफिक से बचने के लिए बनवाया था। तलाक के 6 महीने बाद आलिया हनी की मौत हो गई। आलिया से एक बेटी है जिसका नाम खदीजा शरीफ है।
शहबाज शरीफ ने 2003 में दुबई में तहमीना दुर्रानी से एक निजी समारोह में शादी की थी। तहमीना अभी लाहौर में रहती हैं। शहबाज से शादी से पहले तहमीना दुर्रानी ने पूर्व सीएम और पंजाब के गवर्नर गुलाम मुस्तफा खार के साथ शादी की थी। गुलाम मुस्तफा से रिश्ते खराब होने के कारण उन्होंने 14 साल की शादी तोड़ दी।