NEET 2022: NCERT पाठ्यक्रम आधारित थे नीट परीक्षा के पेपर, कठिन प्रश्न ज्यादा होने से कम जा सकता है कट ऑफ
NPG डेस्क 18 जुलाई 2022। देशभर मेडिकल कालेजो में प्रवेश के लिए कल देश भर के 497 शहरो व भारत के बाहर के 14 शहरो में नेशनल एलिज़िबिलिटी टेस्ट मतलब नीट का आयोजन किया गया। देश के मेडिकल व डेंटल कालेजों में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA द्वारा आयोजित परीक्षा में देश भर में 18,72,341 परीक्षार्थी शामिल हुए।
परीक्षा दोपहर दो बजे से लेकर शाम 5 बज कर 20 मिनट तक आयोजित की गई थी। तीन घण्टे बीस मिनट की परीक्षा में परीक्षार्थियों ने फिजिक्स कैमेस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी के प्रश्नों के उत्तर दिए। चारों सेक्शन में 50- 50 प्रश्न पूछे गए थे। जिनमें से 45- 45 प्रश्नो के उत्तर देने थे। कुल 720 अंको के प्रश्न पूछे गए थे।
परीक्षा में प्रश्नो का स्तर कठिन था पर सारे के सारे प्रश्न एनसीईआरटी के सिलेबस से पूछे गए थे। केमेस्ट्री के प्रश्न काफी टाइम टेकिंग थे। अधिकांश प्रश्न एनसीईआरटी के फैक्ट्स और तालिकाओं पर ही आधारित थे। बिना किसी बदलाव के एनसीईआरटी से सीधे प्रश्नो के स्टेटमेंट कॉपी किए गए थे। जिन्हें पढ़कर उतर छात्रों को देना था।
फिजिक्स के सवाल ट्रिकी थे। इसमें मैट्रिक्स मैच टाइप के सवालों के जवाब देना था। 60 प्रतिशत न्यूमेरिकल प्रश्न व 40 प्रतिशत थ्योरी प्रश्न थे। कोई भी प्रश्न एनसीईआरटी से बाहर नही था।
बॉटनी व जूलॉजी के प्रश्न सरल तो थे पर काफी लंबे थे। कई प्रश्न लंबे व स्टेटमेंट पर आधारित थे। इसमें जैव अणुओं व जैव प्रौद्योगिकी से जुड़े प्रश्न पूछे गए थे। कुल मिला कर के एनसीआरटी का अध्ययन करने वाले छात्र काफी फायदे में रहे,यह माना जा सकता हैं।