उज्जैन। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में नए साल की दर्शन व्यवस्था की तैयारियां चल रही है। भीड़ को देखते हुए 5 जनवरी तक मंदिर के गर्भगृह में आम दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद रहेगा। इस दौरान गर्भगृह में केवल पुजारी नियमित पूजा अर्चना करेंगे। भक्तों को गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। अधिक भीड़ के चलते शीघ्र व सुगम दर्शन के लिए गणेश मंडपम में तीन कतार चलाई जाएगी।
नए साल के प्रथम सप्ताह में मंदिर प्रशासन को करीब 15 लाख भक्तों के महाकाल दर्शन करने आने का अनुमान है और 1 जनवरी न्यू ईयर पर 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
मंदिर समिति ने बताया कि बाबा महाकाल की भस्म आरती में सुबह 3 बजे शामिल होंगे। इसके बाद दर्शन का सिलसिला देर रात 10.45 तक चलेगा। आमतौर पर दर्शन में 1 घंटा लगता है। इस बार तीन लेयर में लाइन लगेगी। अब मोबाइल पर रोक है। ऐसे में लोग सेल्फी वगैरह नहीं लेंगे। इससे भी लाइन लगातार आगे बढ़ती जाएगी। 31 दिसंबर को शनिवार और 2023 के पहले दिन 1 जनवरी को रविवार है। छुट्टी के दिन होने से महाकाल मंदिर में भारी भीड़ होने के पूरे चांस हैं। 11 अक्टूबर से महाकाल लोक भी खोल दिए जाने से इस बार पहले के सालों के मुकाबले भीड़ और भी ज्यादा हो सकती है।
बताया जा रहा है कि, भक्तों को त्रिवेणी संग्रहालय से महाकाल महालोक में होते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद गणेश मंडपम से भक्त भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए त्रिवेणी संग्रहालय के सामने स्थित मंदिर की पार्किंग में जूता चप्पल स्टैंड, रसीद काउंटर तथा लडडू प्रसाद के काउंटर बनाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि, पूरी व्यवस्था आगामी एक - दो दिनों के भीतर स्पष्ट कर दी जाएगी।
जूता स्टैंड त्रिवेणी संग्रहालय के पास बनाया जाएगा। देवास, इंदौर, भोपाल की ओर से आने वाले श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय और चारधाम मंदिर पार्किंग पर अपनी गाड़ी खड़ी कर सकेंगे। गुजरात से बड़नगर होकर आने वाले और राजस्थान की ओर से आगर होते हुए आने वाले श्रद्धालु कर्कराज पार्किंग, कार्तिक मेला ग्राउंड में गाड़ियां पार्क कर सकेंगे।