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म्यूजिक टीचर की थप्पड़ से छात्र का ब्रेन हैंबरेज, बात इतनी कि शिक्षक के आने पर क्लास में खड़ा नहीं हुआ

म्यूजिक टीचर की थप्पड़ से छात्र का ब्रेन हैंबरेज, बात इतनी कि शिक्षक के आने पर क्लास में खड़ा नहीं हुआ
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By yogeshwari varma

रीवा। रीवा में एक म्यूजिक टीचर ने एक 12 साल के मासूम बच्चे को सिर्फ इस कारण बेरहमी से मारा क्योंकि बच्चे ने उनका खड़े होकर अभिवादन नहीं किया था। टीचर की मार से बच्चे के कान व मस्तिष्क में लगी अंदरूनी चोटों की वजह से बच्चे का ब्रेन हैंबरेज हो गया। पुलिस ने आरोपी म्यूजिक टीचर के खिलाफ़ अपराध दर्ज किया है। पर शिक्षक अभी फरार है।

अहमिया थाना क्षेत्र के जनार्दन कॉलोनी स्थित भास्कर संगीत विद्यालय में 13 वर्षीय मासूम अनुज शुक्ला म्यूजिक सिखने जाता है। इस स्कूल में ऋषभ पांडे म्यूजिक टीचर है। 28 अगस्त को शिक्षक ऋषभ पांडे ने कक्षा में प्रवेश किया। शिक्षक के कक्षा में प्रवेश करने पर क्लास के सभी बच्चों ने खड़े होकर अभिवादन किया पर अनुज शुक्ला शिक्षक को अभिवादन करना भूल गया। बच्चे की यह मामूली सी गलती उसे भारी पड़ गई। शिक्षक ऋषभ पांडेय को यह अपनी तौहीन नजर आई और उन्होंने एक जोरदार तमाचा अनुज शुक्ला को मार दिया। शिक्षक ऋषभ पांडे के हाथ में रुद्राक्ष बंधी हुई थी। जब उन्होंने बच्चे को तमाचा मारा तब रुद्राक्ष से बच्चे के सिर व दिमाग में गहरी चोट आई और बच्चे ने रोना शुरू कर दिया। बच्चे के रोने पर शिक्षक ने उसे घर भेज दिया। बच्चे की आंख व गाल लाल देखकर उसकी मां ने उस कारण पूछा तब बच्चे ने आपबीती बताइ। बच्चे के परिजनों ने जब इस बारे में शिक्षक ऋषभ पांडेय से चर्चा की तब शिक्षक ऋषभ पांडेय ने उन्हें क्लास में अनुशासनहीनता करने पर बच्चे को छोटी सी सजा देने की बात कही।

इधर बच्चे के मुंह व सिर में सूजन आ गया। 28 अगस्त की घटना के बाद बच्चा दर्द से लगातार तड़पता रहा। उसे पेन किलर देने पर भी दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा था। 4 सितंबर को बच्चे को तेज बुखार आ गया। तब उन्होंने ईएनटी डॉक्टर को दिखाया। पर डॉक्टर की दी गई दवा से जब राहत नहीं मिली तो बच्चे को संजय गांधी अस्पताल ले जाकर टेस्ट करवाए गए। टेस्ट रिपोर्ट में बच्चे के दिमाग के अंदरूनी भाग में रुद्राक्ष से मार खाने के चलते बने चोट का पता चला। तब वहां के डॉक्टरों ने बच्चे को हायर सेंटर में इलाज के लिए जबलपुर रेफर कर दिया।

जबलपुर में इलाज के दौरान भी बच्चे की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया और दर्द बना रहा। जिसके चलते उसे बेहतर उपचार के लिए जबलपुर से नागपुर लाकर निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां बच्चे के अंदरूनी चोटों को ठीक करने के लिए 11 सितंबर को स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम ने बच्चे का ऑपरेशन किया। अनुज शुक्ला का इलाज करने वाले चिकित्सकों का कहना है कि शिक्षक की मार से उनके हाथ में बंधे रुद्राक्ष से बच्चे को अंदरुनी चोटें आई है जो बाहर से दिखाई नहीं पड़ रही है पर दिमाग के अंदर यह भीतर तक असर कर गई है ।

अब बच्चे से मारपीट के मामले में पुलिस ने अहमिया थाने में आईपीसी की धारा 308 सहित अन्य गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया है। और आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। पर आरोपी शिक्षक ऋषभ पांडेय फरार हो गया है। वही बाल कल्याण समिति ने भी घटना को संज्ञान में लिया है।

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