मर्डर खुलासा: बेटे ने चाचा और बढ़ई के साथ मिलकर पिता के मुंह में ठूंसी थी दारू की बोतल, फिर धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी...तीन माह बाद गिरफ़्तार
बिलासपुर 6 मई 2022। तीन महीने पहले चकरभाठा क्षेत्र के परसदा में किराना व्यवसायी की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि किराना व्यवसायी ने जमीन बेचकर रूपए रखे थे। रुपयों के लालच में उनके बेटे और छोटे भाई ने घर में काम करने वाले बढ़ई के साथ मिलकर मुहं में दारू की बोतल ठूंस कर धारदार हथियार से हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस को गुमराह करते रहे। तीन महीने चली जांच के बाद पुलिस ने आरोपित बेटे और भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
31 जनवरी की सुबह परसदा में किराना व्यवसायी भगतराम कौशिक(55) की लाश दुकान में मिली थी। सूचना पर चकरभाठा पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि व्यवायी ने कुछ दिन पहले अपनी पैतृक जमीन बेची थी। इससे उन्हें करीब डेढ़ करोड़ स्र्पये मिले थे। जांच में उनकी पारिवारिक रंजिश का भी मामला सामने आया। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस ने व्यसायी के बेटे विशाल और विकास से पूछताछ की। इसके अलावा उनके भाई संतोष कौशिक से भी पूछताछ की। इसमें उन्होंने बताया कि व्यसायी रोज दुकान में सोते थे। घटना की रात सभी अपने घरों में सो रहे थे। वहीं, व्यवसायी अपनी दुकान में सोने चले गए थे। पूछताछ के बाद शंका होने पर पुलिस ने व्यवसायी के बेटे विशाल(28) और भाई संतोष(45) के मोबाइल की तकनीकी जांच की। इसमें पता चला कि दोनों का मोबाइल रातभर एक्टिव रहा। इसके अलावा वे घर से बाहर भी निकले थे। इस पर पुलिस ने दोनों से अलग-अलग पूछताछ की। लगातार चली पूछताछ में दोनों के अलग-अलग बयान आने लगे। कड़ाई करने पर संतोष और विशाल ने बताया कि उन्होंने घर में काम करने वाले बढ़ई संग्राम यादव(36) निवासी डोंगरी थाना बलौदा जिला जांजगीर-चांपा के साथ मिलकर हत्या की बात कबूल कर ली। उन्होंने बताया कि भगतराम ने अपनी पैतृक जमीन को डेढ़ करोड़ स्र्पये में बेच दिया था। उसने अपने छोटे भाई संतोष के हिस्से की रकम नहीं दी। साथ ही उसने अपने बेटे को भी स्र्पये नहीं दिए। इससे दोनों नाराज थे। पुलिस ने आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस को गुमराह करने बनाई कई कहानी:-
चकरभाठा थाना प्रभारी मनोज नायक के अनुसार व्यसायी भगतराम के बेटे विशाल ने पूछताछ के दौरान बताया कि उनकी बुआ से पिता का विवाद चल रहा था। इसके अलावा उसने बताया कि पिता ने जमीन को डेढ़ करोड़ स्र्पये में बेचा है। रजिस्ट्री में केवल 80 लाख स्र्पये का जिक्र है। शेष रकम को उसने नकद लेकर रखा था। इस पर पुलिस मामले की कई एंगल से जांच कर रही थी। लेकिन उनके मोबाइल लोकेशन से पूरा राज खुल गया।