Begin typing your search above and press return to search.

मंत्री का विवादित बयान, बोले- मर्दों का प्रदेश, इसलिए प्रदेश रेप के मामलों में नंबर 1...

मंत्री का विवादित बयान, बोले- मर्दों का प्रदेश, इसलिए प्रदेश रेप के मामलों में नंबर 1...
X
By NPG News

जयपुर 10 मार्च 2022. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को दुष्कर्म के आंकड़े बताते समय संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल की जुबान फिसल गई. उन्होंने आंकड़ों के जरिए दुष्कर्म के मामले में राजस्थान को नंबर वन बताया. फिर कुछ देर चुप रहे फिर बोले- अब ये रेप के मामले क्यों हैं? इसमें कहीं न कहीं गलती है. फिर हंसते हुए बोले- वैसे भी यह राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार, उसका क्या करें? धारीवाल के इस बयान पर ज्यादा तो नहीं पर कुछ और मंत्रियों ने भी ठहाके लगा दिए.

मध्यप्रदेश 2, असम 3, महाराष्ट्र 4, उड़ीसा 5 और 6 नंबर पर हरियाणा है। धारीवाल ने कहा कि राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में नंबर 1 है. इसको लेकर कोई दो राय नहीं है. मंत्री के बयान के बाद सदन में हंगामा हो गया. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में थानों में महिलाओं के साथ रेप हो रहे हैं. राज्य सरकार रेप की घटनाओं पर रोक लगाने में पूरी तरह से नाकाम रही है.

संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा है कि अब तो राजस्थान मर्दों का प्रदेश है. इसके बाद मंत्री के पास बैठे कांग्रेस के विधायक भी मंत्री के बयान से सहमत दिखे.दरअसल, मंत्री शांति धारीवाल राजस्थान विधानसभा में बुधवार को एक प्रश्न का जवाब दे रहे थे. इस दौरान वे दुष्कर्म के आंकड़े बता रहे थे. उन्होंने कहा कि राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में देश में पहले नंबर पर है. फिर बोलते-बोलते अचानक धारीवाल रुक गए.

थोड़ी देर बाद उन्होंने कहा कि अब राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में देश में पहले नंबर पर है तो है.मंत्री धारीवाल ने कहा, "...और रेप के मामले में हम नंबर एक पर हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है...और ये रेप के मामले में क्यों हैं...कहीं न कहीं गलती है...वैसे भी राजस्थान मर्दों का प्रदेश रहा है...अब इसका क्या करें..."

फिर कुछ देर रुक कर पीछे बैठे साथी कांग्रेस विधायकों से मुखातिब हुए धारीवाल ने कहा कि 'अब राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश है'. धारीवाल के इस बयान पर पीछे बैठे उनके साथी विधायक मुस्कुरा दिए. इनमें कुछ मंत्री भी शामिल थे. धारीवाल, मंत्री महेश जोशी की तरफ देखकर बोल रहे थे. उधर, मंत्री के इस बयान को विधानसभा के यू-ट्यूब चैनल और रिकॉर्ड से हटा दिया गया.

Next Story