मंत्री बर्खास्त न्यूज: मंत्री पार्थ चटर्जी को किया गया बर्खास्त, नोटों का जखीरा मिलने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने किया किनारा
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी को बर्खास्त कर दिया है। मुख्य सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
मंत्री पार्थ चटर्जी को उनकी करीबी अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से नोटों का जखीरा मिलने के बाद ईडी ने गिरफ्तार किया था। अर्पिता के घर से पहले दिन बीस करोड़ और आज 27 करोड़ कैश तथा पांच किलो गोल्ड मिला है। हालाकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंत्री को बर्खास्त करने से हिचकिचा रही थीं लेकिन पार्टी में विरोध को देखते उन्हें कार्रवाई करनी पड़ी।
पश्चिम बंगाल के मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के विधायक पार्थ चटर्जी की करीबी मॉडल व अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट से भी ईडी को कल हुई रेड में नोटो का पहाड़ मिला हैं। नोटो की गिनती के लिए मशीन मंगवाए गए जिसमे 21 करोड़ कैश होने की पुष्टि हुई हैं। इसके अलावा तीन किलो सोना भी बरामद हुआ हैं।
सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूलों में टीचर व अन्य स्टाफ की भर्ती में हुई धांधली के सिलसिले में ईडी ने 22 जुलाई को पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी व उनकी करीबी अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के घर पर रेड मारी थी। रेड में अर्पिता के फ्लैट में 21 करोड़ कैश व ज्वेलरी मिली थी। जिसके बाद मंत्री व मॉडल को तीन अगस्त तक के लिए ईडी ने रिमांड पर लिया है। पूछताछ के आधार पर ईडी ने कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके बेलघरिया के क्लब टाउन वाले अपार्टमेंट में रेड मारी। यहां अर्पिता के दो फ्लैट हैं जिसमे एक खाली था वही दूसरे में घर के बेडरुम की अलमारी व बोरो में ठूस ठूस कर भरे 500 व 2000 हजार के नोटो का जखीरा मिला हैं।
ईडी ने कल दोपहर फ्लैट में रेड मारी।नोट इतने ज्यादा थे कि गिनती के लिए ईडी अधिकारियों ने कोलकाता के रिजर्व बैंक के अधिकारियों को मदद के लिए फोन किया। जिसके बाद रिजर्व बैंक के निर्देश पर स्टेट बैंक के अधिकारी नोट गिनने वाले चार मशीनें लेकर पहुँच गए। एक मशीन एक बार मे एक हजार तक के नोट गिन सकती हैं। नोटो की गिनती में कुल 21 करोड़ के नोट मिले हैं। तो वही 3 किलो सोना भी मिला है। सोना छड़ो व ज्वेलरी की शक्ल में था। नोटो के अलावा विदेशी करेंसी भी फ्लैट में मिली हैं। ईडी ने नोट ले जाने के लिए बीस ट्रंक मंगवाए हैं।
अपार्टमेंट में रहने वालों का कहना था कि वो अर्पिता को मैडम के नाम से ही जानते थे। यहां मंत्री पार्थ को भी आते जाते देखा गया हैं। बताया जा रहा हैं कि अर्पिता ने पूछ ताछ में बताया हैं कि मंत्री पार्थ उसके घर को मिनी बैंक की तरह इस्तेमाल करते थे। और जिस कमरे में रकम रखा हैं वहां सिर्फ पार्थ और उनके करीबी लोगों को ही जाने की इजाजत थी। जिस दिन रेड पड़ी उसके एक दो दिन बाद ही रकम वहां से निकालने की तैयारी थी पर उससे पहले ही रेड पड़ गई। कोलकाता हाइकोर्ट के निर्देश पर शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई कर रही हैं। इसी मामले में ईडी मनी लांड्रिंग की भी जांच कर रही हैं। सीबीआई ने इस मामले में मंत्री पार्थ के यहां रेड मारी थी। जिसमें वहां शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के अलावा कुछ पर्चियां भी सीबीआई को मिली थी। पर्चियों में अर्पिता 2 सी,अर्पिता फोर सी लिखा था। जिससे अर्पिता भी शक के राडार में आ गई और उसके यहां कैश की आशंका पर रेड मारा गया। ईडी को जांच में पता लगा है कि एक और महिला मंत्री की करीबी मित्र है। जिसके यहां भी कैश होने की आशंका ईडी को हैं।
ईडी कार्यवाही के लिए फ्लैट का दरवाजा तोड़ कर घुसी। ईडी को फ्लैट में पॉकेट डायरी व स्कूल शिक्षा विभाग की एक एक्जीक्यूटिव डायरी भी मिली हैं। डायरी में कोडवर्ड में एंट्रिया की गई हैं। जिसे ईडी डिकोड करने की कोशिश कर रही हैं। डायरियों मे पार्थ व अर्पिता के अलावा एक अन्य व्यक्ति की हैंड राइटिंग हैं। जिससे किसी तीसरे व्यक्ति के भी संलिप्त होने की जांच ईडी कर रही हैं। इसके अलावा एक खास नम्बर से भी लगातार दोनो के बात करने के सुराग भी ईडी को मिले हैं।
कौन हैं अर्पिता मुखर्जी:-
ईडी की रेड से सुर्खियों में आई अर्पिता मुखर्जी की बात करें तो वो बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में भी काम कर चुकी हैं, हालांकि बेहद कम समय के लिए। अर्पिता मुखर्जी ने अपने फिल्मी करियर में ज्यादातर साइड रोल ही किए हैं उन्होने बांग्ला फिल्मों के अलावा 8 उडिया और तमिल फिल्मों में भी काम किया है. अर्पिता मुखर्जी बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रसेनजीत की कई फिल्मों में साइड रोल कर चुकी हैं इसके अलावा बांग्ला फिल्म अमर अंतरनाड में भी अभिनय किया था. अर्पिता को पार्थ चटर्जी का करीबी माना जाता हैं।
अर्पिता कैसे आईं पार्थ के करीब:-
दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी दक्षिण कोलकाता में लोकप्रिय दुर्गा पूजा समिति नकटला उदयन का संचालन करते हैं. यह कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से एक है. अर्पिता मुखर्जी 2019 और 2020 में पार्थ चटर्जी के दुर्गा पूजा समारोह का चेहरा भी रह चुकी हैं. दुर्गा पूजा के दौरान जारी किए गए पोस्टर में पार्थ चटर्जी का नाम संघ के अध्यक्ष के तौर पर लिखा गया था.
मामले में ममता बनर्जी की सरकार की जम कर किरकिरी हो रही थी। ममता भी दोषियों पर कार्यवाही की बात कह रही थी। पर पार्थ की बात आने पर वो चुप्पी साध लेती थी। पार्थ ममता सरकार मे नम्बर दो की हैसियत रखते थे। और भर्ती घोटाले के समय प्रदेश के शिक्षा मंत्री हुआ करते थे। पहली रेड में 21 करोड़ मिलने व मंत्री व अर्पिता को हिरासत में लेने के बाद भी ममता ने मंत्री पर कोई एक्शन नही लिया था। हालांकि वो अर्पिता का अपनी पार्टी से किसी भी तरह के सम्बन्धों से इंकार कर रही थी। अर्पिता व पार्थ 3 अगस्त तक ईडी की रिमांड पर हैं। जहां पार्थ पूछताछ में सहयोग नही कर रहे हैं और अधिकतर सवालों के जवाब ना में दे रहे हैं, जबकि अर्पिता ने जांच में सहयोग किया हैं। उसने बताया हैं कि रुपये पार्थ के ही थे। कल अर्पिता के दूसरे फ्लैट से बीस करोड़ से अधिक कैश व 3 किलो सोना मिलने के बाद ममता बनर्जी पर कार्यवाही का दबाव बढ़ गया था। जिसके बाद आज कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी। जिसमे कार्यवाही की बात तय हो गई थी और आज पार्थ को बर्खास्त कर दिया गया हैं।