मंदिर में मानवता की मौत: खाटू श्याम के दर्शन के लिए भगदड़ में तीन की मौत...कई घायल; परिजन हाथ जोड़ते रहे और लोग रौंदते रहे

NPG ब्यूरो। भगवान के दर्शन के लिए भक्त लाखों मील पैदल चलकर जाते हैं। कष्ट उठाते हैं। लेकिन राजस्थान के सीकर में भक्तों की भीड़ और दर्शन की लालसा जानलेवा हो गई। प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में सुबह जब पट खुले, तब पहले दर्शन के लिए ऐसी होड़ मची कि भीड़ बेकाबू हो गई। बैरिकेड और रेलिंग लांघकर लोग दूसरों को रौंदते हुए आगे बढ़ते रहे। इस दौरान परिजन हाथ जोड़कर विनती करते रहे, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं था। इस घटना में तीन की मौत हो गई और सात घायल हो गए। घायलों में तीन बच्चे की शामिल हैं।
मृतकों के परिजनों का कहना था कि वे लोगों के हाथ जोड़ते जा रहे थे कि वे रुक जाएं, पैरों तले किसी को नहीं रौंदे। लेकिन कोई भी नहीं रुक रहा था। मंदिर प्रशसन भी मदद करने के लिए नहीं आया, पुलिस और मेडिकल वालों को आने में दो घंटे लग गए। जब तक वे लोग पैरों तले कुचले जाते रहे। इस घटना के बाद अब आगामी आदेशों तक मंदिर बंद करने की सूचना सामने आ रही है।
जानकारी के मुताबिक एकादशी के मौके पर खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। देर रात ग्यारह बजे मंदिर में काफी भीड़ थी। नियम के मुताबिक रात ग्यारह बजे मंदिर के पट बंद कर दिए गए थे। सोमवार को तड़के चार बजे मंदिर के पट खोले जाने थे। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में जुटे रहे। यहां तक कि मंदिर के बारह तक भीड़ थी। तड़के चार बजे जैसे ही मंदिर के पट खुले अचानक भीड़ बेकाबू हो गई। मंदिर में लाइन से दर्शन करने के बंदोबस्त के लिए स्टील के बेरीकेड और रेलिंग लगा रखी है। लेकिन उसे लांघकर सबसे आगे जाने की ऐसी होड़ मची कि दो दर्जन से ज्यादा महिलाएं और बच्चे नीचे गिर गए। जब तक भीड़ काबू की जा सकी, तब तक उनमें से तीन महिलाओं की मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंची खाटू श्याम जी थाना प्रभारी के मुताबिक मंदिर के कपाट खुलते ही भीड़ बेकाबू हो गई। उसके बाद ये हादसा हुआ है। मृतकों में से दो महिलाएं हरियाणा की बताई जा रही हैं। घायल महिलाओं और बच्चों में अलवर और जयपुर शहर के लोग बताए जा रहे हैं।
