Kawardha violence: प्रदर्शनकारियों के हाथों में थे लाठी-डंडे और पत्थर, SP बोले-पुलिस अगर मोर्चा नहीं संभालती तो हो सकती थी बड़ी घटना... 60 गिरफ्तार
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में प्रदर्शन के दौरान एसपी, एडिशनल एसपी, सीएसपी सहित 20 पुलिस कर्मियों पर हमला करने के मामले में 60 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। 140 से ज्यादा लोगों को इस मामले में नोटिस भी जारी किया गया है। साथ ही मौके से 30 मोटरसाइकिल, एक पिकअप और कई मोबाइल जब्त किया गया है। आज इस पूरे मामले की जानकारी मीडिया के सामने एसपी लाल उमेद सिंह ने दी।
एसपी ने पत्रकारों को बताया कि प्रदर्शकारियों के द्वारा लाठी डंडे, पत्थर से हमला किया गया था। इस हमले में 18 पुलिसकर्मी घायल हुए है। घायलों में एसपी, एएसपी, डीएसपी, 2 इंस्पेक्टर सहित 20 पुलिसकर्मी शामिल है। ये घटना ग्राम हॉर्मो में 3 मार्च को हुई थी।
एसपी ने आगे कहा कि अगर पुलिस मोर्चा संभालने में देरी करती तो और भी बड़ी घटना हो सकती थी। फिलहाल अभी घटना स्थल में स्थिति सामान्य है।
जानिए क्या था मामला
दरसअल, गोंडवाना समाज के सतरंगी झंडा के अपमान को लेकर समाज के लोगों ने 3 मार्च को एक बैठक राजनांदगांव में रखी थी। बैठक होने के बाद सैकड़ों की संख्या में गोंडवाना समाज के लोग झंडे का अपमान करने वाले दुर्गे भगत की गिरफ्तारी को लेकर ग्राम हरमो पहुंचे थे। यहां पर पहले से ही कवर्धा पुलिस बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए मौजूद थी। इस दौरान पुलिस को देखकर प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया।
घटना में एसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह, एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर, सीएसपी, टीआई सहित 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
प्रदर्शनकारियों के हमले में एसपी की अंगुली टूट गई। एडिशनल एसपी के हाथ में गंभीर चोट लगी। इसी तरह कई और पुलिसकर्मी भी झड़प में घायल हो गए। सभी को हॉस्पिटल ले जाया गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर जन्मेजय महोबे और आईजी डॉ. छाबड़ा भी मौके पर पहुंचे थे।