वीडियो पर विद्रोह: कर्मचारी नेता झा ने तीन नेताओं शुक्ला, शर्मा और तिवारी को दोषी बताया, शुक्ला ने कहा- FIR कराएं
34 प्रतिशत महंगाई भत्ते की मांग पर प्रदेशभर में सफल आंदोलन पर कथित वीडियो के कारण विरोधाभासी माहौल।
रायपुर। केंद्र सरकार के समान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ते की मांग को लेकर 29 जून को राज्य के चार लाख से ज्यादा कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाई। हड़ताल का असर आप ऐसे समझ सकते हैं कि सरकारी सिस्टम ठप हो गया। हालांकि एक कर्मचारी नेता के कथित वीडियो के कारण कर्मचारी नेताओं और संगठनों के बीच विरोधाभासी स्थिति बनी। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में सीएम के साथ अधिकारी-कर्मचारियों को लेकर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है, वह बेहद आपत्तिजनक है। इस पर अब एक नया ट्विस्ट आ गया है। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कर्मचारी नेता विजय झा ने दूसरे गुट के नेताओं अनिल शुक्ला, ओपी शर्मा और संजय तिवारी पर फर्जी वीडियो तैयार करने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी ओर अनिल शुक्ला ने भी उन्हें एफआईआर कराने की चुनौती दी है।
यहां पढ़ें, वीडियो के संबंध में विजय झा ने क्या कहा...
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रवक्ता विजय कुमार झा ने कहा कि सफल आंदोलन के बाद अनिल शुक्ला, ओपी शर्मा, संजय तिवारी जैसे लोग की जमीन खिसक जाने के बाद बौखला कर फर्जी सीडी बनाकर उनके खिलाफ प्रचारित कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व में भी आंदोलन के दौरान ऐसा ही मुख्यमंत्री के विरोध में एक सीडी बनाया था। अनिल शुक्ला का फेडरेशन पंजीकृत नहीं है। उसके बाद महंगाई भत्ता मोर्चा बनाकर जो आंदोलन कर रहे थे 3 दिन का आंदोलन करेंगे बोले, वापस ले लिए। वह पंजीकृत संस्था नहीं है, इसलिए प्रदेश के लाखों कर्मचारियों ने उन्हें नकार दिया है। साथ ही, उनके साथ एक सशक्त लिपिक संगठन रोहित तिवारी ने उनका साथ छोड़कर आज आंदोलन में सहभागिता दिखाई, इसलिए वह सीडी में छेड़छाड़ कर विजय झा की आवाज ना होने पर भी उनकी आवाज बताकर गिरफ्तारी और FIR की मांग कर रहे हैं। यह सभी स्वयं अपराधिक कृत्य में संलिप्त हैं, जिसके दस्तावेजी प्रमाण हैं। विजय कुमार झा ने इनके खिलाफ आपराधिक कानूनी कार्यवाही की मांग करते हुए गिरफ्तारी की मांग इसलिए की है कि ऐसे किसी भी सीडी को प्राप्त होने पर तत्काल समीपस्थ थाने में सील बंद कर जमा कराना चाहिए लेकिन इन लोगों ने ऐसा न कर उससे छेड़छाड़ कर पूरे प्रदेश में उसको वायरल किया है जो कि धारा 420 के अंतर्गत आपराधिक कृत्य है, इसलिए इनको तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
अब पढ़ें, कर्मचारी नेता अनिल शुक्ला का जवाब...
"हम चाहते हैं कि विजय झा जी पुलिस में शिकायत करें। पुलिस की जांच में यह सच्चाई सामने आ जाएगी कि किसने टेम्परिंग की है। हमने वीडियो तैयार नहीं किया। हमारे पास फॉरवर्ड होकर आया है। किसने किया है, उसकी जानकारी हम दे देंेगे। उन्हें यह भी बताना चाहिए कि असली वीडियो कौन सी है, जिसमें टेम्परिंग का आरोप लगा रहे हैं। इससे भी सब साफ हो जाएगा।'