कर्मचारी हड़ताल अपडेट: आंदोलन को प्रभावी बनाने ब्लॉक लेवल तक जाएंगे पर्यवेक्षक, 25 से 29 तक सभी सरकारी दफ्तरों में काम बंद
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले सभी कर्मचारी संगठन केंद्र के समान महंगाई भत्ते के लिए एकजुट।
रायपुर। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के समान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ते के लिए अब राज्य के सभी कर्मचारी अधिकारी पांच दिन के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे। यानी पूरे हफ्ते सरकारी दफ्तरों में कामकाज ठप रहेगा। इस बार आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिए छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडेरशन ने ब्लॉक व तहसील लेवल तक पर्यवेक्षक भेजने का निर्णय लिया है, जिससे 25 से 28 तक हर ब्लॉक व तहसील में प्रदर्शन हो और 29 जुलाई को जिले में महारैली में पूरी ताकत के साथ सभी कर्मचारी-अधिकारी अपनी मांग के लिए जुटें। इस फैसले के बाद फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है।
महंगाई व गृह भाड़ा भत्ते की मांग को लेकर आगामी आंदोलन की रूपरेखा बनाने के लिए सभी कर्मचारी संगठनों की बैठक में तय किया गया है कि 25 से 29 तक कलम बंद काम बंद हड़ताल को पूरी तरह सफल बनाने के लिए हर ब्लॉक व तहसील स्तर पर बैठकें होंगी। इसके बाद जिला स्तर पर समीक्षा बैठकें आयोजित की जाएंगी। इसमें प्रांतीय पदाधिकारी भी जाएंगे। ये बैठकें 20 तारीख तक करनी है।
इसके बाद प्रांतीय टीम संभाग स्तर पर समीक्षा बैठक करेगी। सरगुजा संभाग की बैठक 12 जुलाई को रखी गई है। बाकी संभागों को भी कार्यक्रम घोषित करने के लिए कहा गया है। फेडरेशन की ओर से 25 से 29 जुलाई के लिए आवेदन का अवकाश आवेदन का प्रारूप जारी कर दिया गया है। इसे 15 जुलाई तक सभी कर्मचारी-अधिकारियों को अपने विभाग प्रमुख के पास जमा करने कहा गया है। सभी जिला संयोजकों को शत-प्रतिशत कार्यालय बंद कराने के लिए 5 टीमें गठित करने के लिए कहा गया है।
बैठक में विजय झा, चंद्रशेखर तिवारी, संजय सिंह, अजय तिवारी, पंकज पांडे, रोहित तिवारी, मनीष ठाकुर, केदार जैन, सत्येंद्र देवांगन, संतोष वर्मा, जिला संयोजक नीलकंठ शार्दुल, मधुकांत यदु, उमेश मुदलियार, कलीमुल्लाह, विजय लहरे, दिलीप झा, हरीश देवांगन, सुनील नायक, टीआर देवांगन, बिहारी लाल शर्मा, आलोक नगपुरे, राजेश सोनी, मुक्तेश्वर देवांगन, तिलक यादव सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।