बिलासपुर,1 अप्रैल 2022। रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की वजह से बीते 90 दिनों से न्यायिक हिरासत में मौजुद संत कालीचरण महाराज को उच्च न्यायालय से ज़मानत मिल गई है। इस ज़मानत के साथ ही उनके रिहाई का रास्ता सुनिश्चित हो गया है, कालीचरण महाराज के विरुध्द महाराष्ट्र में दर्ज मामलों में उन्हें पूर्व ही ज़मानत मिल चुकी है।
कालीचरण महाराज की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता किशोर भादुड़ी ने तर्क किया। जस्टिस अरविंद सिंह चंदेल की कोर्ट में तर्क में वरिष्ठ अधिवक्ता किशोर भादुड़ी ने कहा जो बातें कहीं गई वह तथ्य है, उसे कहना अपराध कैसे हो सकता है.. राजद्रोह की धारा आकर्षित नहीं होती क्योंकि सरकार या व्यवस्था के खिलाफ उन्होंने कुछ नहीं कहा है… 90 दिन की मियाद हो चुकी है.. अंतिम कार्यवाही 27 फ़रवरी को की गई है इसका मतलब है कि केवल जेल में रोके रखना ही इरादा है जो कि सही नहीं है" जस्टिस अरविंद सिंह चंदेल की अदालत में तर्क के बाद फ़ैसला सुरक्षित कर लिया गया। देर शाम फ़ैसला सार्वजनिक करते हुए उन्हें ज़मानत दे दी गई। आदेश में पचास पचास हज़ार की ज़मानत और एक लाख का मुचलके पर उन्हें छोड़े जाने का आदेश दिया गया है।