जानिए विधायक धर्मजीत सिंह ने मंत्री रविंद्र चौबे को क्यों कहा कि आप की सरकार करती है मुंगेली जिले से नफरत, अध्यक्ष ने किसे कहा गरीब विधायक...
रायपुर। मौजूदा सरकार के अंतिम विधानसभा सत्र का आज आखिरी दिन था 12 बजे तक चले प्रश्नकाल में विपक्ष के साथ ही साथ पक्ष के भी विधायकों ने बड़ी संख्या में सवाल लगाए थे। हास–परिहास के साथ ही नोकझोंक भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चलती रही। इसमें आसंदी पर बैठे स्पीकर चरणदास महंत ने भी जमकर चुटकी ली।
लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने सवाल लगाया था कि लोरमी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला, हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल भवन विहिन एवं जर्जर अवस्था में है? साथ ही भवन विहिन स्कूलों के लिए कब तक नवीन स्कूल भवन स्वीकृत कर निर्माण किया जाएगा एवं जर्जर स्कूलों का मरम्मत कब तक पूर्ण कर लिया जाएगा? जिस पर मंत्री ने लिखित जवाब पेश किया कि लोरमी विधानसभा क्षेत्र के 16 स्कूल भवन विहिन व जर्जर अवस्था में है। विधायक धर्मजीत सिंह ने आगे प्रश्न किया कि पिछले 4 सालों में लोरमी विधानसभा में कहां-कहां पर नवीन प्राथमिक शाला,पूर्व माध्यमिक शाला, हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल खोले गए हैं या उन्नयन किया गया है विस्तृत विवरण देवें?
जिसके लिखित जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने जानकारी निरंक होने की बात लिखी थी। जिसमें विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि चार साल से अधिक सरकार के कार्यकाल को हो गए हैं, और लोरमी विधानसभा में 1 भी स्कूल खोला नहीं गया है। ऐसा लगता है कि इस सरकार को मुंगेली जिले और लोरमी विधानसभा से नफरत है। स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने जवाब देते हुए कहा कि आदरणीय धर्मजीत भैया आपको यह गलतफहमी है कि सरकार को मुंगेली जिले से नफरत है। आप सदन के सबसे सम्मानीय विधायक हैं। सरकार को और मुझे मुंगेली जिले तथा आपसे बहुत ही स्नेह हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने मुंगेली जिले की 203 जर्जर शालाओं के मरम्मत हेतु 65 करोड़ रुपए की राशि की स्वीकृति दी है। इसके अलावा कृषि मंत्री रहते हुए मैंने आपके जिले को वेटरनरी कॉलेज व एग्रीकल्चर कॉलेज की सौगात भी दी है। विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि आपके द्वारा दिए गए सौगातों के लिए मैं आपको धन्यवाद व आभार ज्ञापित कर चुका हूं। आप पहली बार शिक्षा मंत्री बने हैं इसलिए आपसे अनुरोध है कि आप के कार्यकाल में कम से कम एक स्कूल मेरे विधानसभा में खोलने की घोषणा कर दीजिए। जिस पर स्पीकर ने धर्मजीत सिंह को कहा कि आपके रविंद्र चौबे जी से अच्छे संबंध है। आप की मांग वह जरूर पूरा करेंगे। जिस पर विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि मंत्री स्वयं से घोषणा कर दे तो बेहतर रहेगा। समय की कमी व प्रश्नकाल की समाप्ति को देखते हुए स्पीकर ने कहा कि चलिए मैं मंत्री जी से कह दूंगा कि आपके विधानसभा क्षेत्र में स्कूल खोल दे।
प्रश्नकाल में बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर में हुए घोटाले पर प्रश्न पूछ रहे थे। जिस पर सहकारिता मंत्री रविंद्र चौबे जवाब देते हुए बता रहे थे कि किसानों के पैसों का घोटाला 2015 से शुरू हुआ था। और हमने 2018 में सरकार बनाई है। मामले में लिपिक खुशबू शर्मा को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जिन्हें अदालत ने जमानत दी है और क्यों जमानत दी किन परिस्थितियों में जमानत दी यह आप अदालत से ही पूछिए। जिस पर स्पीकर महंत ने कहा कि कौशिक जी के अदालत समेत सभी जगह अच्छे संबंध है वह जवाब ले लेंगे। अगला प्रश्न पूछने के लिए एक गरीब विधायक इंतजार कर रहा है अब उसे मौका दीजिए। स्पीकर का इशारा चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव की ओर था। जिस पर विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है तब स्पीकर ने मंत्री रविंद्र चौबे से कहा कि आपका कौशिक जी से अच्छा संबंध है आप इन्हें अपने कक्ष में बुलाकर जवाब दीजिए और आगे विधायक राम कुमार यादव को सवाल पूछने दीजिए। जिस पर मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के पैसों के वापसी के लिए कृत संकल्पित है।
इस बीच जवाब के दौरान विधायक धरमलाल कौशिक ने चुटकी लेते हुए कहा कि चलिए गोबर से तो बच गए आप। धरमलाल कौशिक का आशय रविंद्र चौबे से कृषि विभाग लेकर ताम्रध्वज साहू को देने से था। बीच में अजय चंद्राकर ने भी चुटकी ली और कहा कि मंत्री रविंद्र चौबे जी आपसे कृषि विभाग छीनना गंभीर मुद्दा है।
धरमलाल कौशिक का सवाल समाप्त होते ही चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने छत्तीसगढ़ी में जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे से सवाल पूछते हुए कहा कि मोर क्षेत्र म कलमा बैराज बने हे, जेमा कतका गांव प्रभावित होए हे आउ कब तक मुआवजा मिल जाहि। जिस पर मंत्री ने जवाब दिया कि 26 गांव प्रभावित है। जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा। विधायक रामकुमार यादव ने कहा कि तुहर पांव परत हो महराज, समय कम हे आप मन जल्दी मुआवजा के घोषणा करा। जिस पर मंत्री रविंद्र चौबे ने चुटकी लेते हुए कहा कि समय कैसे कम है,हम फिर से सरकार बनाएंगे मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे 71 है, वह फिर से चुनकर आएं। बाकी विपक्ष से जो 13 है। उनमें से एक–दो कम हो जाएं। इस पर सदन में जमकर ठहाके लगे। विधायक के मुआवजे की अनुरोध पर मंत्री ने जवाब दिया कि प्रक्रिया अंतिम चरण पर है। जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा।