मच्छर से IPS परेशान: एक IPS अफसर ने सोशल मीडिया पर बताई अपनी व्यथा, अमेरिका तक किया पीछा; IAS पत्नी का आया ऐसा रिएक्शन
एन्टी करप्शन ब्यूरो के मुखिया मच्छरों की समस्या बताते बताते हुए नॉस्टैल्जिक हुए, याद दिलाई इतनी पुरानी बातें
रायपुर, 26 अप्रैल 2022। मच्छरों की समस्या से क्या सिर्फ आम लोग ही जूझते हैं? आगे जब आप पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि IPS/IAS अफसर भी मच्छरों से परेशान होते हैं और यह समस्या वर्ल्ड पॉवर अमेरिका में भी हो सकती है। खैर, यहां बात हो रही है 2005 बैच के IPS आरिफ शेख मच्छरों से किस तरह परेशान हो रहे हैं। उन्होंने अपनी समस्या सोशल मीडिया पर लिखी और उसके बाद रिएक्शन और कमेंट्स की बाढ़ आ गई। हर कोई उस समस्या को इससे जोड़कर देख रहा है। कई आईएएस और आईपीएस ने भी इसमें रिएक्शन दिया है। इनमें शम्मी आबिदी भी हैं, जो आदिम जाति कल्याण विभाग की कमिश्नर हैं और आईपीएस आरिफ शेख की पत्नी भी हैं। आरिफ ने बेहद रोचक ढंग से पूरा किस्सा बयां किया है। आगे पढ़ें, क्या लिखा है...
#एक #मच्छर
Early to bed early to rise सिद्धांत को मैं एकदम अपने में instill कर दिया हु...आज कल रमजान में सुबह 4 बजे उठने के बाद फिर नींद आना बड़ा मुश्किल होता है और जल्दी सोने की कोशिश करो तो कुछ न कुछ व्याधान उत्पन्न हो ही जाता है। आप फोन साइलेंट पे कर दोगे, साउंड प्रूफ खिड़कियां लगा दोगे, लाइट भी संतुलित रखोगे, soothing music लगा के निंदियारानी का इंतजार कर रहे होंगे पर ये मच्छर नामक चीज ... उफ्फ इसका कोई इलाज ही नहीं....रात भर Rafael Nadal से ज्यादा शॉट्स mosquito रैकेट से मारने पर भी कोई निजात नही मिलती...और मच्छरदानी में एक मच्छर भी अगर घुस जाए तो सारी रात वही होता है...नाना पाटेकर की भाषा में आप जानते ही हो👏👏 ।
मेरा खून भी मुझे लगता है कुछ विशिष्ट द्रव्य से बना हुआ है , मैं अगर किसी समूह में कही बैठा हु या कही खड़ा ये मच्छर बाकी सब लोगो को Ignore कर के ....जाना होता है और कही ....तेरी ओर चला आता हु...टाइप मुझे ही आके कांटते रहते है( मेरे बेटे को भी विरासत में ये सुपर पावर मिल गई है..with great power comes great responsibility.. अब बेचारे वो भी इसे झेल रहा है 😬)। पहले मुझे लगा की शायद मेरा खून मीठा है और मच्छर इसीलिए attract होते है, लेकिन मेरे साथ बोहोत मित्र बैठते है जिन्हे डायबिटीज है और उनके खून में ज्यादा शुगर होती है फिर भी मच्छर भाई साहब उनको friendzone में डाल के सारा प्यार मुझसे ही ज़ाहिर करते है।
मच्छर भगाने के अजीबोगरीब हैरतंगेज तरीके भी मैने अपनाए है। बचपन में कच्छवा छाप अगरबत्ती ( कच्छवा जलाओ!) से यह सफर शुरू होता है। पहले तो ये अगरबत्ती एक दूसरे से अलग कराना ही एक पहेली सुलझाने की तरह होता था..और अमूमन ये टूट जाया करती थी( हम भाई बहनों में ये competition रहती थी की जो ये बिना तोड़े अलग करेगा अगरबत्ती वही जलाएगा। उसका स्टैंड भी अपने आप में एक कलाकारी थी। सुबह उठने पे जमीन पे बना वो उसकी राख का चक्र मच्छरों के चक्रव्यूह को तोड़ने का उसका संघर्ष दर्शाता था।
फिर आया गुड नाईट, रोज रात तो एक mat लगाते थे। महीने में 30 mat लगते थे लेकिन भारतीय जुगाड कैसे खून से जायेगा??एक mat को अल्टी पलटी कर के 15 दिन और खींचा जाता था, और तो और..बाद में इसिको जला के अगरबत्ती टाइप उपयोग किया जाता था( शार्क टैंक में थोड़ी ना ऐसे ही हम लोगो को फंडिंग मिलता है 😅)। सबसे बड़ी कहानी है Allout की उसकी एक ad आती थी TV पे जिसमे एक जापानी आदमी दिखाया गया है और ये Allout में से एक लम्बी जीभ निकलती है और मच्छरों को निगल जाती है। ये ad देख के मैने बचपन में इसको लाने की जिद पकड़ी ( मेरा dedication देख रहे हो मच्छरों के प्रति, खिलौना नही मैने All Out मांगा 😅)..रात भर मैं जागता रहा लेकिन Allout में से कोई जीभ नही निकली जो मच्छरों को खा लेती है..बड़ा disillusionment हुआ 😪 ।
चाहे odomos लगाओ, citronella तेल लगाओ। Fogging कराओ या फिर pyrethin liquid spray ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे..ऐसा नहीं की मच्छर सिर्फ यही का issue है, जब मैं अमेरिका गया था तो शायद मच्छर भाई भी मुझे फॉलो कर रहा था, या फिर उसने वहा के विदेशी मच्छरों को शायद wireless message कर दिया हो..वहा पे भी मेरी खूब खातिरदारी हुई है इनके द्वारा वो भी subzero temperature में।सर्दी हो गर्मी हो, पश्चिम हो या पूरब हो, देश हो विदेश हो मैने सब जगह अपना अमूल्य खून इनपर कुर्बान किया है। मैने खून दिया है लेकिन मुझे अब तक इनसे आजादी नहीं मिली है।
PS: अभी याद आया Robot में चिट्टी को भयंकर शक्ति थी इन मच्छरों को काबू में करने की...मेरा Tesla के मालिक Elon Musk से विनम्र निवेदन है की इसका भी कुछ उपाय निकाले और mini chitti का mass production शुरू करे 😂