IPS हुए ट्रोल: आम को लौकी बताया तो फॉलोअर ने आईपीएस से कहा- सर ने कुछ सोच कर ही बोला होगा, जो बोले वही सत्य; इस वेब सीरिज से भी जोड़ा
यूपी के आईपीएस अफसर ने ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट कर सवाल किया था कि यह कौन सा फल है?
रायपुर, 29 मई 2022। सोशल मीडिया पर कई आईएएस/आईपीएस किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं हैं। मोटिवेशनल बातों से लेकर एक-एक पोस्ट को फॉलो करते हैं और उसमें मजेदार कमेंट भी करते हैं। कभी-कभी फॉलोअर मुश्किलें भी खड़ी कर देते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ आईपीएस त्रिलोक बंसल के साथ। उत्तरप्रदेश के वाराणसी कमिश्नरेट के एडिशनल पोलिस कमिश्नर सुभाष दुबे ने एक तस्वीर पोस्ट कर पूछा कि यह कौन सा फल है? इसके बाद फॉलोअर्स के कमेंट्स की बाढ़ आ गई। कई फॉलोअर ने मजेदार जवाब भी दिया है।
गौर से देखिए..
— Subhash Dubey IPS (@dubey_ips) May 28, 2022
ये कौन सा फल है..😊😊 pic.twitter.com/Z83AsvGhzv
छत्तीसगढ़ के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर आईपीएस दीपांशु काबरा ने लिखा है लौकी आम। इसके बाद एक यूजर ने लिखा है कि बनना तो लौकी चाहता था, लेकिन घरवालों के कहने पर आम बन गया। एक अन्य यूजर ने लिखा है, अंगूर है। पक जाएगा तो टेंपो में जाएगा। एक फॉलोअर ने तो फल को केजरीवाल बता दिया। उसने लिखा है, ये केजरीवाल है। आम की शक्ल में लौकी। एक यूजर ने लिखा है कि यह पंचायत वेब सीरिज के फुलेरा ग्राम पंचायत के प्रधान के घर की लौकी है।
रिटायर्ड स्पेशल डीजी आरके विज ने इसे मुंह लटकाए हुआ, नाराज आम लिखा है। इस पर एक यूजर ने जवाब दिया है कि यह भी किसी का फूफा लगता है क्या...डॉ. कृष्णा नाम के एक यूजर ने पॉलीटिकल जवाब दिया है। डॉ. कृष्णा ने लिखा है कि पपीता, लौकी, बैंगन और केला के थोड़े-थोड़े तत्वों से मिलकर बना है ये, इसलिए दिल्ली का ठग कभी कभी कहता है कि सब मिल हुए हैं जी...
छत्तीसगढ़ के अफसर को मिला ऐसा जवाब
छत्तीसगढ़ के आईपीएस त्रिलोक बंसल ने इसे लौकी बता दिया। बस फिर क्या था...कई सोशल मीडिया यूजर उनके पीछे पड़ गए। सुरेंद्र यादव नाम के एक पुलिसकर्मी ने ही लिख दिया कि पेड़ पर कौन सी लौकी लगती है साहब...। नेकीराम नाम के यूजर ने लिखा है कि जो अधिकारी पेड़ पर लौकी उगाते होंगे, वे क्राइम केस कैसे हल करते होंगे? वर्मा जी नाम के एक यूजर ने लिख दिया है कि आम के पेड़ पर लौकी आप लोग ही लगा सकते हैं। एक ने लिखा है कि यह आलू है शायद। अभिषेक स्वामी नाम के यूजर ने लिखा है कि सर जी ने बोला है तो कुछ सोच कर ही बोला होगा, सर जी जो बोले वही सत्य है।