NPG डेस्क। AIG आशीष कपूर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस के एआईजी आशीष कपूर को विजिलेंस की टीम ने आय से अधिक संपत्ति से जुड़े मामले में गिरफ्तार की है।
बता दें, विजिलेंस करीब छह महीने से मामले की जांच कर रही थी। उन्हें विजिलेंस ने 19 नंबर एफआईआर में गिरफ्तार किया है। यह सीनियर रैंक के पुलिस अधिकारी की पहली गिरफ्तारी है। इससे पहले भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस अधिकारी गिरफ्तार किए गए थे।
एआईजी आशीष कपूर सिंचाई घोटाले के जांच अधिकारी थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से पैसे लेकर उनके नाम बेगुनाह लोगों की सूची में डाले थे। जैसे ही इस मामले की शिकायत विजिलेंस के पास पहुंची थी उसके बाद से विभाग इस चीज को गंभीरता से ले रहा था। साथ ही इनकी सारी संपत्ति से लेकर बैंक खातों की जांच की गई थी।
इससे पहले विजिलेंस ब्यूरो की टीम अगस्त में एआइजी आशीष कपूर के मोहाली के सेक्टर-88 स्थित आवास पर रेड भी की थी। उस समय यह बताया गया था कि उनकी संपत्ति का टेक्निकल परीक्षण किया जा रहा है। हालांकि एआइजी की गिरफ्तारी मामले में अभी कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं है। एआइजी आशीष कपूर की गिरफ्तारी कहां से की गई अभी इस बारे में भी पता नहीं चल पाया है।
आशीष कपूर पंजाब पुलिस के तेज तर्रार आफिसरों में से एक माने जाते हैं। वह चंडीगढ़ में भी अपने सेवाएं दे चुके हैं। इतना ही नहीं वह टेनिस के अच्छे खिलाड़ी भी हैं।
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के एआईजी आशीष कपूर के खिलाफ मोहाली में 2019 में क्रिमिनल केस दर्ज किया गया था। केस पंजाब पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन्स सेल ने दर्ज किया था। कपूर के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं।
मालूम हो कि कुरुक्षेत्र की रहने वाली 36 वर्षीय महिला ने 28 जून 2019 को ऑर्गनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट को कपूर के खिलाफ शिकायत भेजी थी। इसमें फर्जी केस में फंसाने, लूट और पुलिस की मौजूदगी में रेप जैसे आरोप कपूर पर लगाए गए। पुलिस ने महिला का बयान सीआरपीसी के सेक्शन 161 के तहत रिकॉर्ड किया। महिला ने इसमें बताया कि एआईजी कपूर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए जीरकपुर, मोहाली पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ फर्जी केस दर्ज कराया।