IFS SS Bajaj appointed as Chairman नया रायपुर के शिल्पी बजाज की चार वर्ष बाद नवा रायपुर में वापसी, बनाए गए अटल नगर के चेयरमैन
IFS SS Bajaj appointed as Chairman भारतीय वन सेवा के 988 बैच के सेवानिवृत्त अफसर एसएस बजाज को सरकार ने नवा रायपुर अटल नगर का चेयरमैन नियुक्त किया है। बजाज पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में एनआरडीए के सीईओ रह चुके हैं।
- भारतीय वन सेवा 1988 (आईएफएस) से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं बजाज
- नया रायपुर के पहले मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) थे बजाज
- नया रायपुर को शहर का आकार देने में रही है महत्वपूर्ण भूमिका
- नया रायपुर के लिए भूमि अधिग्रहण व निर्माण में रहा है सबसे ज्यादा योगदान
- मौजूदा कांग्रेस सरकार ने 2019 में उन्हें कर दिया था निलंबित
IFS SS Bajaj appointed as Chairman रायपुर। नया रायपुर के शिल्पी कहे जाने वाले सेवानिवृत्त आईएफएस एसएस बजाज को सरकार ने वहां का चेयमैन बनाया है। नया रायपुर का निर्माण जब शुरु हुआ तब बजाज को वहां का मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) बनाया गया था। बाद में उन्हें उपाध्यक्ष बनाया गया था। तब का नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) अब नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण हो चुका है। 2018 में राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद बजाज को सरकार की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। 2019 में सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था। नया रायपुर को बनाने में बजाज की अहम भूमिका रही है। जमीन अधिग्रहण से लेकर रोड, मंत्रालय और विभागाध्यक्ष बिल्डिंग बनाने के दौरान बजाज ही सीईओ रहे।
एनआरडीए की प्लानिंग से लेकर बसाने तक बजाज
रायपुर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर नई राजधानी बसाने की योजना राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (काडा) अजीत जोगी की नेतृत्व वाली राज्य की पहली सरकार ने बनाई थी। हालांकि जोगी सरकार भूमिपूजन से आगे कुछ नहीं कर पाई, क्योंकि 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार गई। इसके बाद डॉ. रमन सिंह की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने नए सिरे से प्लानिंग शुरू की। कुछ फेरबदल के बाद करीब साढ़े 7 हजार हेक्टेयर में नया रायपुर बसाने का फैसला किया गया। इसकी जिम्मेदारी आईएफएस बजाज को सौंपी गई। यह काम बेहद चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि साढ़े 7 हजार हेक्टेयेर में से लगभग साढ़े 5 हजार हेक्टेयर जमीन निजी थी। इसमें कृषि भूमि के साथ ही 41 से अधिक गांव भी थे।
बजाज के एनआरडी के सीईओ रहते हुए ही नया रायपुर आकार ले चुका था। मंत्रालय, संचालनालय, जंगल सफारी, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सहित अधिकांश महत्वपूर्ण भवन उन्हीं के कार्यकाल में बना। नवा रायपुर में करीब 245 किलो मीटर सड़क बनी है। इसमें से 150 किलो मीटर से अधिक का निर्माण बजाज के कार्यकाल में ही हो गया था। बजाज की गिनती बेहद ईमानदार अफसरों में होती है। बजाज के भाई मूलचंद बजाज आईपीएफ अफसर थे।
मई 2022 में हुए थे सेवानिवृत्त IFS SS Bajaj appointed as Chairman
आईएफएस बजाज 26 मई 2022 को सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद सरकार ने उन्हें छत्तीसगढ़ विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद का महानिदेशक नियुक्त किया था। रिटायरमेंट के बाद सरकार ने पोस्ट रिटायरमेंट पोस्टिंग देते हुए उन्हें पहले छत्तीसगढ़ लघु वनोपज संघ का एडिशनल एमडी अपाइंट किया था।
अगस्त में ही निलंबित किए गए थे, अगस्त में ही मिली बड़ी जिम्मेदारी
यह महज एक संयोग ही है कि अगस्त के महीने में ही बजाज को निलंबित किया गया था। एनआरडीए के सीईओ और उपाध्यक्ष रहते सरकार ने 13 अगस्त 2019 को सरकार ने बजाज को निलंबित किया था। अब जब उन्हें अगस्त में ही नवा रायपुर का चयेरमैन बनाया गया है। चेयरमैन के पद पर उनकी नियुक्ति का आदेश 11 अगस्त 2023 को जारी किया गया है।
इस वजह किया गया था निलंबित IFS SS Bajaj appointed as Chairman
कांग्रेस की तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2003 में पौंता चेरिया में नया रायपुर के फाउंडेशन स्टोन रखा था। भाजपा सरकार के कार्यकाल में वह क्षेत्र आईआईएम को आवंटित कर दिया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कैबिनेट तत्कालीन भाजपा सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए इसके लिए बजाज को जिम्मेदार मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था। एनआरडीए के सीईओ रूप में जमीन बजाजा ने आवंटित की थी। कैबिनेट का कहना था कि पूरा नया रायपुर 7 हजार 500 हेक्टेयर का प्लान है। आईआईएम को कहीं भी जमीन दे सकते थे, लेकिन उक्त अफसर ने बदनीयती से इसे आवंटित कर दिया। इसके लिए अफसर को जिम्मेदार माना गया है।