हाईफाई लाइफ और गर्लफ्रैंड के चस्के ने बीटेक डिग्री धारी को बनाया ठग, शिक्षक से की 29 लाख की ठगी, फिर उसी रुपयों से प्रेमिक को गिफ्ट की लग्जरी कार...
रायगढ़। आलीशान जीवन शैली व गर्लफ्रेंड को लक्जरी गिफ्ट देने के चस्के ने इंजीनियर को ठग बना दिया। लग्जरी लाइफ जीने व गर्लफ्रैंड के महंगे शौक पूरा करने के लिए बीटेक डिग्री धारी युवक लोगो को ठगी का शिकार बनाने लगा। रायगढ़ के शिक्षक को ठग युवक ने लोन दिलाने का झांसा देकर 29 लाख ठग लिए। उसे व उसे सिम दिलाने वाले सहयोगी को रायगढ़ पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। आज इस पूरे मामले का खुलासा
मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ निवासी शिवपद मल्लिक धरमजयगढ़ शासकीय विद्यालय में व्याख्याता है। उन्हें अपना घर बनाने के लिए होम लोन चाहिए था। उसी दौरान आदित्य बिरला कम्पनी के शाक्षी शर्मा नामक व्यक्ति ने उन्हें फोन पर बताया कि उनकी कम्पनी 0 प्रतिशत ब्याज पर लोन देती है। उसके बाद आदित्य बिरला के मैनेजर राजीव अग्रवाल ने उन्हें फोन करके 8 लाख रुपये लोन के लिए वन टाइम इन्श्योरेंस 51 हजार रुपये का बांड बनवाया। इसके बाद भी लगातार 7 लाख रुपये फिर से विभिन्न बहाने से ले लिए। फिर टेंडेंसी क्लियर के नाम पर 31 अगस्त 19 से 27 अगस्त 21 तक 29 लाख रुपये लेकर धोखाधड़ी की। प्रार्थी को समझ में ही नही आया कि उसके साथ ठगी हो रही है और वह एक्सिस बैंक से पर्सनल लोन लेकर,आईआईएफ़एल से होम लोन लेकर तथा मित्रो से कर्जा लेकर रकम ठगों को भेजता रहा। पुलिस से सम्पर्क में आने पर उसे ठगी का एहसास हुआ और उसने धरमजयगढ़ में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध करवाया।
8 लाख लोन के लिए ठग लिए 29 लाख
गम्भीर धोखाधड़ी को देखते हुए एसपी अभिषेक मीणा ने एडिशनल एसपी लखन पटले और आईपीएस प्रभात कुमार को मामले की विवेचना सौपी। विवेचना के दौरान आईपीएस प्रभात कुमार को पता चला कि 8 लाख का लोन दिलवाने के लिए अलग अलग नम्बरो से फोन कर के अलग अलग बहानों से 29 लाख की ठगी कर ली है। ठगी में प्रयुक्त अधिकतर नम्बर बंद कर दिए गए थे। पर ठग ने एक नम्बर से फिर से शिक्षक से सम्पर्क कर और रकम मागी थी।
दुकानदार से मिली जानकारी
एसपी ने उक्त नम्बर का लोकेशन निकलवा कर आईपीएस प्रभात कुमार के नेतृत्व में गाजियाबाद टीम रवाना की। फोन करने वाला नम्बर गाजियाबाद का था। वहां सिम जारी करने वाले रिटेलर हेमन्त नाम के व्यक्ति के पास पुलिस पहुँची। रिटेलर ने पुलिस को सहयोग कर बताया कि रक शराबी श्रमिक उसके पास से लगभग आधा दर्जन सिम ले जा चुका है। पुलिस ने उक्त हुलिए वाले श्रमिक के नम्बर का लोकेशन निकलवा कर गाजियाबाद के लेबर चौक पहुँची। वहां पुलिस टीम को देखकर एक लेबर छिपने लगा जिसे हिरासत में लेने पर उसने झूठा नाम अजय बताया जबकि उसके अन्य साथियों ने उसकी सचिन होने की पुष्टि की।
पुलिस के लिए छोड़ रखा था कुत्ता
लेबर सचिन ने बताया कि वह शराब का आदि है। एक लाल कार वाला उसके पास आता है जिसको वह तीन से चार सौ लेकर सिम उपलब्ध करवाता है। पुलिस लाल कलर के कार को दो दिनों तक ढूढती रही। दो दिनों बाद गुलमोहर पार्क कालोनी में उक्त कार दिखी। जहां कार चालक अंदर से दरवाजा बंद कर बाहर अपने कुते को छोड़ दिया था व दरवाजा नही खोल रहा था। पुलिस ने किसी तरह अंदर प्रवेश कर आरोपी युवक को गिरफ्तार किया।
आरोपी ने अपना नाम पूछताछ में अमितेश कीर्ति बताया वह लोगो लोन दिलाने के नाम पर इंश्योरेंस करने के नाम से ठगी को अंजाम देता था। अमितेश बीटेक किया हुआ है। वह सचिन के माध्यम से लेबर किस्म के लोगो से उनको लोन दिलाने व इंश्योरेंस का झांसा देकर उनके दस्तावेजो के आधार पर फर्जी सिम लेता था फिर उनका प्रयोग कर ठगी को अंजाम देता था। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल को चेक किया तो उसमे कोच्चि,श्रीनगर टूरिस्ट प्लेस में पिकनिक की फ़ोटो मिली। साथ ही अबूधाबी व चीन यात्रा के लिए टिकट बुक करवाने की जानकारी हाथ लगी। इसके अलावा पुलिस को उसको जानने वाले ने बताया कि इसने अपनी गर्लफ्रैंड को लग्जरी कार गिफ्ट की है।
पुलिव ने विवेचना के बस आपराधिक 120 बी आईटी एक्ट की धाराए भी जोड़ी और सचिन को भी आरोपी बनाया। साथ ही आरोपी सचिन उम्र 28 वर्ष व अमितेश कीर्ती उम्र 30 वर्ष दोनो निवासी गाजियाबाद को गिरफ्तार किया है।