गिफ्ट का ज्योतिष शास्त्र: संबंधों में मिठास और जीवन में चाहते हैं प्रगति तो भूलकर भी ये चीजें गिफ्ट में किसी को न दें
रायपुर I गिफ्ट का ज्योतिष शास्त्र: जहां प्यार है वहां उपहार का लेन-देन लगा रहता है। उपहार देने के लिए किसी मौके का इंतजार नहीं करना पड़ता। शास्त्रों में कहा गया है भगवान, मित्र, गुरु और पुत्री के घर कभी भी खाली हाथ नहीं जाना चाहिए। उनके लिए कुछ न कुछ उपहार लेकर जाना चाहिए। क्षमता न हो तो हाथ में तुलसी पत्र ही लेकर जाया जा सकता है। कुछ ईर्ष्यालु लोग ऐसे होते हैं, जो कुछ ऐसा सामान उपहार में दे देते हैं, जिससे घर में दुर्भाग्य का प्रवेश हो जाता है।
इसलिए अगर खुद किसी को गिफ्ट दे रहे हैं तो ध्यान रखें कि कहीं अनजाने में किसी का अशुभ तो नहीं कर रहे और अगर कोई और आपको गिप्ट दें रहा है तो यह भी ध्यान रखें कि कहीं कोई अनिष्ट के लिए तो उपहार नहीं दे रहा है। एक बात और जब भी उपहार दे या ले तो अपने ग्रहों की स्थिति का ध्यान जरूर रखें।
उपहार में कुंडली के ग्रहों का ध्यान
कुंडली में सूर्य अच्छी स्थिति में हो तो तांबे से बनी चीजें दें और अगर खराब हो तो ये चीजें न दें इससे पदोनति में रुकावटें, पिता को कष्ट होते हैं।
कुडंली में चंद्रमा खराब हो तो चांदी की बनी चीजें दूसरों को दें, लेकिन लें नहीं। इससे आपके जीवन में कलह, चिंता, बढ़ती है।
कुंडली में मंगल खराब का हो तो मिठाई का डिब्बा उपहार में न लें।
कुंडली में बुध खराब हो तो कलम, खिलौने, खेलकूद का सामान दान न करें। इससे रिश्तेदारों को कष्ट होगा।
गुरु की स्थिति अच्छा करना चाहते हैं तो लोगों को धार्मिक पुस्तकें, सोने से बने उपहार, पीले वस्त्र, केसर आदि का दान करें।
अगर कुंडली में शुक्र अशुभ फलदायी हों तो वस्त्र, वाहन, महिलाओं को काम आने वाली सभी चीजें दान दें।
कुंडली में शनि खराब हो तो पार्टियों में शराब से बचें लेकिन अच्छा शनि हो तो ऐसी पार्टियों में जाएं, लेकिन खुद न पिएं।
राहु के लिए बिजली के उपकरण उपहार दें।
केतु के लिए कंबल, जूते, चप्पल, कुत्ता, चाकू दें।
उपहार में समान्यत: दें ये चीजें
घर की महिलाओं को वस्त्र, गहने आदि उपहार में जरूर दें, इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
सूर्यास्त के वक्त बाहरी व्यक्ति को किसी भी तरह की भेंट न दें। ऐसा करने से धन की हानि होती है।
जब भी घर से बाहर जाएं, वापसी पर कुछ लेकर लौटें (खाने-पीने का सामान या घर में उपयोग होने वाली कोई भी वस्तु)। खाली हाथ घर में प्रवेश न करें।
अष्टमी के दिन कन्याओं को खीर-पूरी खिलानी चाहिए।
कहा जाता है कि जूठा खाने से प्यार और मित्रता में बढ़ोतरी होती है परंतु वास्तु के अनुसार ये झगड़े का कारण बनता है। दोस्ती को मजबूत बनाने के लिए एक-दूसरे का जूठा भोजन न खाएं।
लक्ष्मी कृपा के लिए हर बृहस्पतिवार सुहागन स्त्री को कोई भी सुहाग की वस्तु भेंट करें।
उपहार न हो ये चीजे
उपहार में आप प्रचंड जीवों की फोटो या मूर्ति जैसे शेर, बाघ, चीता आदि। डूबते हुए जहाज की फोटो अथवा मूर्ति न लें और न ही दें।
चाकू, छुरी जैसे नुकीले सामान, परफ्यूम को भी किसी को देने से संबंध खराब होते है।
काले रंग के कपड़े, जूते, रुमाल, घड़ी उपहार में न दे तो अच्छा रहेगा।
शनिवार वाले दिन मित्रों से लेन-देन न करें। इस दिन उनसे बहस भी नहीं करनी चाहिए।
मित्रों को कभी भी काले रंग की वस्तु भेंट न करें और न ही उनसे लें। काला रंग राहु को प्रभावित करता है, जिसे दोस्ती के लिए शुभ नहीं माना जाता।