EOW का छापा: फर्जी दस्तावेजों से करोड़ो रूपये की हेराफेरी, शिकायत के बाद बिशब के घर पहुंची EOW की टीम, छत्तीसगढ़ से भी जुड़ा है उनका नाम....
भोपाल। मध्यप्रदेश के जबलपुर में बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह के घर पर EOW की टीम ने दबिश दी है। उन पर आरोप है कि छात्राओं के द्वारा दी गई फीस को वो दुरुपयोग करते थे। शिकायत की जांच के बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने आज उनके निवास पर छापा मारा। छापेमारी की इस कार्रवाई में टीम को नगदी, विदेशी मुद्रा सहित कई दस्तावेज मिले है। बताया जा रहा है कि नगदी को गिनने के लिए ईओडब्ल्यू की टीम को मशीन मांगनी पड़ी। फिलहाल कार्रवाई जारी है और इस पूरे प्रकरण की विवेचना उप निरीक्षक शिवशाखा तिवारी द्वारा की जा रही है।
दरसअल, ईओडब्ल्यू की टीम को बोर्ड ऑफ नार्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप सिंह के खिलाफ शिकायत मिली थी। शिकायत में उन पर शैक्षणिक संस्थाओं की राशि को गबन करने का आरोप लगा था। इस शिकायत के बाद जांच के दौरान ईओडब्ल्यू की टीम को ये भी पता चला है कि शैक्षणिक संस्थाओं से वर्ष 2004-05 से वर्ष 2011-12 के बीच 2 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर कर इसका दुरुपयोग किया गया। जांच और साक्ष्यों के आधार पर ही बिशप सिंह, बीएस सोलंकी, तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्स एन्ड संस्थाएं के विरुद्ध भादवी का प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है।
बता दें, 1986 में जबलपुर से बिशप पीसी सिंह ने काम शुरू किया था। बिशप पीसी सिंह ने RDVV से एमए की डिग्री ली थी। 1988 में क्राइस्ट चर्च कैथेड्रल में नियुक्त, जबलपुर में डीकन के रूप में नियुक्त किया गए। 1990 में सेंट ऑगस्टीन चर्च बिलासपुर में नियुक्ति, 2004 में क्राइस्ट गृह चर्च भाटापारा की कमान मिली थी।
बिशब पीसी सिंह के नाम कुल 6 स्कूल है। साथ ही दो दर्जन से ज्यादा संस्थाओं में उसकी भूमिका भी रही है। फिलहाल इस पूरे मसले में ईओडब्ल्यू की कार्रवाई जारी है।