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Earthquake in Ambikapur: अंबिकापुर में भूकंप : अंबिकापुर में भूकंप का झटका, शहर के लोगों ने भी महसूस किया झटका, भटगांव के जंगल में था केंद्र

7 महीने में चौथी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पहले 11 जुलाई को कोरिया में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 4.3 थी। इसके बाद कोरिया में ही 29 जुलाई को भूकंप आया। इसकी तीव्रता 4.6 थी। 4 अगस्त को सूरजपुर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर भूकंप आया। इसकी तीव्रता 3.0 थी।

Earthquake in Ambikapur: अंबिकापुर में भूकंप : अंबिकापुर में भूकंप का झटका, शहर के लोगों ने भी महसूस किया झटका, भटगांव के जंगल में था केंद्र
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By NPG News

Earthquake in Ambikapur: रायपुर. छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से अंबिकापुर और आसपास के लोगों ने भूकंप का झटका महसूस किया. सुबह करीब 10.28 बजे यह झटका आया. घर में रखे बर्तन गिर गए. जैसे ही लोगों ने यह झटका महसूस किया तो वे घबरा गए और घर से बाहर निकल गए. जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक भूकंप की तीव्रता 4.1 थी. इसका केंद्र अंबिकापुर से उत्तर पश्चिम में 22 किलोमीटर दूर भटगांव के जंगल को बताया जा रहा है.

बता दें कि 7 महीने में चौथी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पहले 11 जुलाई को कोरिया में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 4.3 थी। इसके बाद कोरिया में ही 29 जुलाई को भूकंप आया। इसकी तीव्रता 4.6 थी। 4 अगस्त को सूरजपुर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर भूकंप आया। इसकी तीव्रता 3.0 थी।

सीएम भूपेश बघेल भी इशारों-इशारों में कह चुके हैं कि बार-बार भूकंप आना चिंता का विषय है। राजधानी स्थित साइंस कॉलेज के प्रोफेसर एसएस भदौरिया भी यह मानते हैं कि सरगुजा इलाके में भूकंप के लिए कोयला खनन और खदान कारण हो सकते हैं।

सूरजपुर में भूकंप के बाद यह तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें दीवार पर दरार पड़ गई।

जो आंकड़े सामने आए वह चिंताजनक

टेक्टोनिक प्लेट पृथ्वी के ऊपरी सतह जिसे क्रस्ट कहा जाता है के नीचे का हिस्सा है। ऐसी कई प्लेटें हैं, जिसमंं मूवमेंट होता है। इन प्लेटों में जब घर्षण होता है, खिंचाव होता है या ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं तो उससे कंपन पैदा होता है। यही भूकंप है। अंबिकापुर स्थित राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के रिसर्च असिस्टेंट यमलेश कुमार निषाद और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रंजीत कुमार ने 2018 के बाद हुई भूकंप की घटनाओं और केंद्र सरकार की अलग-अलग एजेंसियों से मिले डाटा के आधार पर जो अनुमान लगाया है, उसके मुताबिक सरगुजा इलाके में भूकंप की संभावना बनी रहेगी।

पांच साल में सरगुजा क्षेत्र में आए भूकंप के झटके

तारीख - तीव्रता

02 सितंबर 2018 - 3.0

22 फरवरी 2019 - 3.5

11 अप्रैल 2021 - 3.7

12 दिसंबर 2021 - 3.4

11 जुलाई 2022 - 4.3

29 जुलाई 2022 - 4.6

04 अगस्त 2022 - 3.0

Earthquake of Magnitude:4.6, Occurred on 29-07-2022, 00:56:48 IST, Lat: 23.31 & Long: 82.53, Depth: 16 Km ,Location: 69km WNW of Ambikapur, Chhattisgarh, India for more information Download the BhooKamp App https://t.co/JN81zr5cOA pic.twitter.com/kgmow6OkL5

— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) July 28, 2022

ऐसे समझें रिक्टर स्केल पर झटकों का असर

0-1.9 - सिर्फ सिस्मोग्राफ पर पता चलेगा।

2-2.9 - हल्के झटके आएंगे।

3-3.9 - कोई ट्रक नजदीक से गुजर जाए ऐसा असर।

4-4.9 - खिड़कियां टूट सकती हैं। दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती है।

5-5.9 - फर्नीचर हिल सकता है। मकानों में दरारें आ सकती हैं।

6-6.9 - कच्चे मकान गिर सकते हैं। इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान।

7-7.9 - इमारतें-मकान गिर जाते हैं। काफी नुकसान। जैसा भुज में 2001 में और नेपाल में 2015 में हुआ था।

8-8.9 - इमारतों समेत बड़े पुल भी गिर जाते हैं। सुनामी का खतरा।

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