Begin typing your search above and press return to search.

कोरोना मचाएगा तबाही... कोरोना का नया XE वेरिएंट 10 गुना ज्यादा खतरनाक, दुनियाभर के देशों की चिंताएं बढ़ी...

कोरोना मचाएगा तबाही... कोरोना का नया XE वेरिएंट 10 गुना ज्यादा खतरनाक, दुनियाभर के देशों की चिंताएं बढ़ी...
X
By NPG News

नई दिल्ली 2 अप्रैल 2022। पाबंदियों की अनिवार्य शर्त हट तो गई है, लेकिन कोरोना के लगातार बढ़ते मामले चिंता जताने वाले हैं। आदेश जारी होने के बाद दिल्ली में शनिवार से लोगों को पाबंदियों से छूट मिल गई है। वहीं, राजधानी दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर 0.49 प्रतिशत से बढ़कर 0.57 प्रतिशत हो गई है। इस वजह से शुक्रवार को कोरोना के 131 नए मामले आए, जो पिछले दिन के मुकाबले अधिक है। बृहस्पतिवार को दिल्ली में कोरोना के 113 नए मामले आए थे। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 105 मरीज ठीक हुए हैं और एक मरीज की मौत हो गई।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नए दावे ने दुनियाभर के देशों की चिंताएं बढ़ा दिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावा किया है कि कोरोना का नया एक्सई (XE) वेरिएंट पैर पसार रहा है, जो ओमिक्रॉन के बीए.2 से करीब 10 गुना अधिक संक्रामक है.

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अभी हाल ही में यह दावा किया है कि कोरोना का नया म्यूटेंट एक्सई ओमिक्रॉन के बीए.2 से करीब 10 गुना ज्यादा खतरनाक हो सकता है. कोरोना का एक्सई वेरिएंट ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज बीए.1 और बीए.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि जब तक इसके ट्रांसमिशन रेट और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता तब तक इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा.

विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई रिपोर्ट के मुताबिक, बीए.2 की तुलना में इसकी कम्यूनिटी ग्रोथ रेट 10 प्रतिशत ज्यादा होने के संकेत मिले हैं. हालांकि, इसकी पुष्टि के लिए आंकड़ों की आवश्यकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि बीए.2 सब-वेरिएंट अब दुनियाभर के लिए सबसे बड़ी चिंता बन चुका है, जिसके सीक्वेंस्ड मामलों की संख्या लगभग 86 फीसदी है. एक्सई स्ट्रेन का पहली बार यूके में 19 जनवरी को पता चला था और तब से 600 से ज्यादा एक्सई मामलों की पुष्टि हो चुकी है. हालांकि, ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (एचएसए) की मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुजैन हॉपकिंस का कहना है कि अभी तक इसकी संक्रामकता, गंभीरता या उनके खिलाफ कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं.


Next Story