फिर बढ़ रहा कोरोना: इस देश में खौफनाक हालात, एक सप्ताह में 50 लाख केस, बढ़ते मामलों ने दुनिया को डराया...

नईदिल्ली 3 अप्रैल 2022। दुनियाभर में कोरोना महामारी के खिलाफ अभी भी लड़ाई जारी है. चीन में हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले काफी बढ़ गए हैं. यूके में मिले कोरोना वायरस के नए सब वैरिएंट XE से एक बार फिर दुनिया भर में दहशत फैल गई है। कोरोना का यह नया सब वैरिएंट ओमिक्रॉन का अगला वर्जन माना जा रहा है। दुनियाभर के स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स की मानें तो यह वैरिएंट ओमिक्रॉन से भी ज्यादा संक्रामक है, इतना ही नहीं कोरोना के अब तक के सभी वैरिएंट में यह सबसे पावरफुल है।
चीन देश में 13,146 कोविड के मामलों की रिपोर्ट की गई है जो करीब दो साल पहले पहली लहर के चरम के बाद से सबसे अधिक मामले हैं. शंघाई में एक दिन में रिकॉर्ड 8226 केस दर्ज किए गए हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने ये जानकारी दी है. देश के कई प्रांतों में बेहद ही अधिक पारगम्य ओमिक्रोन वेरिएंट फैल गया है. जिससे लोगों के बीच एक बार दहशत का माहौल है. हालांकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की ओर से एक बयान में कहा गया है कि संक्रमण की वजह से कोई नई मौत की सूचना नहीं है. वहीं शंघाई में एक बार फिर से लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है.
ब्रिटेन में अस्पताल में भर्ती और मृत्यु होने की दर फिर से बढ़ रही है क्योंकि कोरोना संक्रमण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। 19 से लेकर 26 मार्च तक यहां कोरोना के लगभग 50 लाख नए मामले सामने आए हैं। नवीनतम उछाल अधिक पारगम्य ओमाइक्रोन संस्करण BA.2 द्वारा संचालित है। जो पूरे ब्रिटेन में प्रमुख वेरिएंट है।
दक्षिण कोरिया में बीते 24 घंटों में कोरोना के 264,171 नए मामले दर्ज किए गए और 306 लोगों की मौत हो गई। यहां भी अस्पताल में मरीज को भर्ती करने की जगह नहीं बची है। कई शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है। अमेरिका में जनगणना के बाद डराने वाले आंकड़े सामने आए हैं। बता दें बीते दो साल में भारी संख्या में कोरोना से हुई मौत के कारण अमेरिका की 73 फीसदी काउंटीज में आबादी घट गई है। इन काउंटीज में मौतों का आकंड़ा 2019 में जहां 45.5% था वहीं इसकी दर अगले साल यानी 2020 में करीब 10 फीसदी तक बढ़ गई। लिहाजा 2020 में 55.5% फीसदी मौतें हुईं।
चीन के शंघाई शहर में कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन लगा दिया गया था। शहर के पूर्वी जिलों में रहने वाले लोग आज पांच दिनों के लॉकडाउन से बाहर आने वाले थे लेकिन एक बार फिर से लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। शंघाई के लाखों लोग करीब दो साल बाद इस समय बेहद सख्त लॉकडाउन की स्थिति से गुजर रहे हैं। 28 मार्च को चीन के सबसे बड़े शहर ने ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमण को कंट्रोल में करने के लिए दो चरणों में लॉकडाउन की शुरुआत की थी. शुरुआत में पूर्वी शंघाई को पांच दिनों के लिए लॉकडाउन की योजना बनाई गई थी, इसके बाद शहर के पश्चिमी जिलों में अतिरिक्त पांच दिनों का प्रतिबंध लगाया गया था।
समाचार एजेंसी से बात करते हुए टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी (टीआईजीएस) के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा, "कोरोना का नया सब वैरिएंट XE पहली बार जनवरी के मध्य में सामने आया। लेकिन मेरा मानना है कि इसके लिए हमे पैनिक होने की जरूरत नहीं है। अभी तक दुनिया भर में इसके केवल 600 मामले सामने आए हैं, लेकिन हमें इस पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है।"
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अब तक रिपोर्ट किए गए कोरोना वायरस के किसी भी प्रकार की तुलना में XE सब वैरिएंट बाकी सभी से ज्यादा संक्रामक है। ऐसे में WHO ने दुनिया को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
राकेश मिश्रा आगे कहते हैं कि ऐसा कोई संकेत नहीं है कि यह कोरोना की लहर पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा, "इस समय कोई संकेत मौजूद नहीं है कि यह नया संस्करण इतना मजबूत है कि यह लहर पैदा कर सकता है। हमें इस पर टिप्पणी करने के लिए कुछ और समय इंतजार करना होगा कि इसके संक्रामक होने का परिणाम क्या निकलेगा?