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फिर से कोरोना का कहर: 27 शहरों में लगा लॉकडाउन, स्कूल किए गए बंद.. लोग घरों में हुए कैद...

फिर से कोरोना का कहर: 27 शहरों में लगा लॉकडाउन, स्कूल किए गए बंद.. लोग घरों में हुए कैद...
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By NPG News

नईदिल्ली 29 अप्रैल 2022. कोरोना वायरस का सबसे पहला मामला चीन में आया था। अब एक बार फिर से कोरोना चीन में कहर बरपा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन में सख्त प्रतिबंधों को लागू किया गया है। चीन के शहर बीजिंग के प्रशासन ने कोविड-19 संबंधी नियमों को और सख्त करते हुए राजधानी के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है, ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पिछले दिन चीन में 11,285 नए मामले दर्ज किए हैं। इसमें अधिकांश लोग संक्रमित शंघाई के हैं, जबकि इस मेट्रोपॉलिटन शहर में कोविड से पिछले 24 घंटे में 47 लोगों की मौत हुई है।

हालात ऐसे हो गए हैं कि 27 शहरों में यहां लॉकडाउन लगाना पड़ गया। लॉकडाउन के दौरान सख्ती इतनी है कि 16.5 करोड़ लोग घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हैं। सरकार की कठोर नीति और जीरो कोविड पॉलिसी नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। हालत ये है कि जो लोग भोजन के सामग्री इकट्ठा नहीं कर पाए उन्हें काफी मुश्किल से भोजन मिल पा रहा है। कहीं-कहीं तो 24 घंटे लोग भूखे रह रहे हैं और फिर अगले दिन 1 घंटे के लिए खाने का सामान खरीदने की मोहलत दी जाती है।

एजेंसी के मुताबिक शंघाई में कोविड के केस बढ़ने के बाद दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं, आलम ये है कि यहां लोगों को खाना तक नसीब नहीं हो रहा है। 10 विदेशी नागरिकों ने बताया कि उन्हें खाने का इंतजाम करने में बेहद कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, इतना ही नहीं, हर पल इस बात का भी डर बना रहता है कि घर को कोई सदस्य संक्रमित न हो जाए, अगर किसी को कोविड हो गया तो मरीज को आइसोलेशन में ले जाया जा रहा है, ऐसे में परिजनों को परिवार से दूर होने का डर भी सता रहा है।

शंघाई में एक विदेशी नागरिक ने बताया कि लॉकडाउन से पहले मैं जो चाहती थी, वह करने के लिए आजाद थी. मुझे कभी किसी तरह की परेशानी महसूस नहीं हुई। लेकिन लॉकडाउन के बाद मैंने सत्ता की ताकत और एक डर को महसूस किया. मैं यहां पर पिछले 11 साल से रह रही थी, लेकिन अब यहां से निकलना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि कोविड के दौर में हमें ये अहसास हुआ कि इंसानों का जीवन और मेंटल हेल्थ इस सरकार के लिए कतई महत्वपूर्ण नहीं है।

इस साल मार्च में चीन में मामले अचानक बढ़ने लगे, देखते-देखते देश में संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली जो कि 2020 की शुरुआत में वुहान में शुरुआती प्रकोप के बाद से भी तेज है। प्रकोप के शुरुआती चरणों के दौरान पूर्वोत्तर जिलिन प्रांत बुरी तरह प्रभावित हुआ था। गुरुवार को, चांगचुन और जिलिन सिटी के अधिकारियों, जिनकी संयुक्त आबादी एक करोड़ 35 लाख से अधिक निवासियों की है, ने कहा कि वे जल्द ही लॉकडाउन को कम करना शुरू कर देंगे। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह प्रक्रिया कैसी होगी, या किन परिस्थितियों में लोगों को घरों से निकलने की अनुमति दी जाएगी।

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