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Congress's soft Hindutva in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्‍व: राम वन गमन पथ और कृष्‍ण कुंज के बाद अब सरकार का बजरंगबली अखाड़ा, पढ़े एनपीजी की स्‍पेशल पॉलिटिकल स्‍टोरी

Congress's soft Hindutva in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेेल के नेतृत्‍व वाली कांग्रेस सरकार ने अब बजरंगबली के नाम पर एक योजना शुरू करने करने जा रही है।

Congresss soft Hindutva in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्‍व: राम वन गमन पथ और कृष्‍ण कुंज के बाद अब सरकार का बजरंगबली अखाड़ा, पढ़े एनपीजी की स्‍पेशल पॉलिटिकल स्‍टोरी
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By Sanjeet Kumar

सीएम भूपेश ने की है बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा

हिंदु देताओं के नाम पर राज्‍य सरकार की यह तीसरी बड़ी योजना है

राम वन गमन पथ योजना के तहत भगवान राम से जुड़े स्‍थानों को विकसित कर रही है सरकार

कृष्‍ण कुंज योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में उद्यानों को किया जा रहा है विकसित

कमल विहार योजना अब कौशल्‍य माता विहार हो गया है

रायपुर। मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने अब राम भक्‍त हनुमान के नाम पर एक नई योजना शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना को बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना नाम दिया गया है। सीएम भूपेश ने नागपंचमी के मौके पर यह घोषणा की। राज्‍य की भूपेश सरकार की हिंदु देवी- देवाताओं के नाम पर यह तीसरी बड़ी योजना है।

भगवान राम के वनवास से जुड़े छत्‍तीसगढ़ के धार्मिक स्‍थलों को सरकार पर्यटन स्‍थल के रुप में विकसित कर रही है। इससे राम वन गमन परिपथ योजना नाम दिया गया है। यह योजना को सीएम भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्‍ट में शामिल है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में भगवान कृष्‍ण के नाम पर उद्यानों का विकास किया जा रहा है। इसे कृष्‍ण कुंज नाम दिया गया है। भाजपा सरकार के दौरान रायपुर में बने कमल विहार का नाम बदलकर कौशल्‍य विहार कर दिया गया है।

सरकार की इन योजनाओं को सियासी मैदान में छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्‍व से जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि हिंदुत्‍व के करीब जाने से क्‍या छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस का अल्‍प संख्‍यक वोट प्रभावित नहीं होगा। राजनीतिक विश्‍लेषकों की राय में इसकी वजह से कम से कम छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस का वोट बैंक प्रभावित नहीं होगा। 2011 में हुई जाति जनण्गणना के आंकड़ों को देखें तो वह आंकड़ें भी कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्‍व के पक्ष में हैं। राज्‍य की कुल आबादी में हिंदुओं की संख्‍या 93 फीसद है। बाकी 7 प्रतिशत में अन्‍य धर्मों के लोग आते हैं। इनमें मुस्लिम भी शामिल हैं। यही कारण है कि छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस बिना बिना किसी हिचक के राम काज में जुटी हुई है।

राम काज पर सरकार

राम वन गमन पथ: इस योजना के तहत सरकार भगवान राम के वनवास से जुड़े स्‍थानों का विकास कर रही है। अब तक ऐसे 75 स्‍थानों की पहचान की गई है, जहां वनवासी के दौरान भगवान राम के कदम पड़े थे। पहले चरण में सरकार इनमें से 9 का विकास कर रही है।

कृष्‍ण कुंज: इस योजना के तहत राज्‍य के नगरीय क्षेत्रों में उद्यान विकसित कर सांस्कृतिक महत्व के पौधों का रोपण किया जा रहा है। कृष्ण कुंज में बरगद, पीपल, नीम और कदम जैसे सांस्कृतिक महत्व के जीवनोपयोगी वृक्षों का रोपण किया जा रहा है।

रामायण महोत्‍सव: सरकार भगवान राम के नाम पर न केवल योजनाएं चला रही है बल्कि आयोजन भी कर रही है। सरकार के स्‍तर पर रामायण महोत्‍सव का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष रायगढ़ में राष्‍ट्रीय रामयाण महोत्‍वस का आयोजन हुआ जो बेहद सफल रहा। इसमें अलग- अलग राज्‍यों के साथ ही कंबोडिया व इंडोनेशिया से भी कलाकार पहुंचे थे।

आदिवास आस्‍था पर भी विश्‍वास

भूपेश सरकार आदिवासी आस्‍था केंद्रों को भी विकसित करने पर पूरा ध्‍यान दे रही है। आदिवासी संस्कृति के संवर्धन के लिए राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन शुरू किया गया है। आदिवासियों के देवगुड़ी और घोटुल के संरक्षण की भी दिशा में सरकार काम कर रही है।


हम राम के नाम पर वोट नहीं मांगते: सीएम भूपेश

राम वन गमन पथ के तहत भूपेश सरकार पर्यटन स्‍थलों के विकास के साथ ही भगवान राम की बड़ी- बड़ी मूर्तियां भी लगवा रही है। इसको लेकर सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगता है। मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल इस पर साफ कर चुके हैं कि राम हमारे लिए भांचा राम हैं। मेहनतकश, आदिवासी और वनवासी के राम हैं। हमारे राम शबरी और माता कौशल्‍य के राम हैं। उन्‍होंने साफ कहा है कि हमने न तो राम के नाम पर वोट मांगा है और न कभी राम के नाम पर वोट मांगेंगे। राम हमारी आस्‍था से जुड़े हैं।

25-25 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमाएं

राम वन गमन परिपथ के तहत सरकार भगवान राम की 25-25 फीट की प्रतिमाएं लगा रही हैं। 25 फीट की 6 और 51 फीट की 1 मूर्ति लग भी चुकी है। चंदखुरी स्थि‍त माता कौशल्या मंदिर में माता कौशल्‍या के नाम पर तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें देश भर से बड़े-बड़े कलाकार आए। सरकार रामवन पथ गमन योजना के तहत रामायाण इंटरप्रेटेशन सेंटर भी बनवा रही है। इसमें भगवान राम की छत्तीसगढ़ से जुड़ी हर कहानी को ऑडियो विजुअल और पेंटिंग के माध्यम से बताया जाएगा।

समझे सॉफ्ट हिंदुत्‍व की सियासत

छत्‍तीसगढ़ में सॉफ्ट हिंदुत्‍व की राजनीति पूरी तरह कांग्रेस के पक्ष में है। इसकी वजह से कांग्रेस का वोट बैंक प्रभावित होने का कोई खतरा नहीं है। वजह स्‍पष्‍ट है कि एक तो छत्‍तीसगढ़ में मुस्लिम आबादी बहुत कम है। राज्‍य की 90 में से एक भी सीट ऐसी नहीं है जहां मुस्लिम वोटर अकेले के दम पर रिजल्‍ट प्रभावित कर सकें। दूसरा मुस्लिमों के पास कांग्रेस के अलावा प्रदेश में कोई दूसरा विकल्‍प भी नहीं है।


जानिए छत्‍तीगसढ़ की आबादी में कितने प्रतिशत हैं मुस्लिम

देश में 2011 में हुई जाति आधारित जनगणना के आंकड़ों के अनुसार राज्‍य की 93.2 फीसदी अबादी हिंदु है। कुल जन संख्‍या में मुसलमानों की आबादी लगभग 2.01 प्रतिशत है। वहीं, ईसाईयों की जन संख्‍या 1.92 और 0.27 फीसदी सिक्ख हैं। कुल आबादी में बौध्‍द धर्म को मानने वाले 0.27 व 0.24 जैन और 1.93 फीसदी अन्य धर्मों के अनुयायी हैं।



Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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