CM Sai's Cabinet: जानिए... कौन-कौन बन सकते हैं मंत्री, एसटी बनें सीएम तो क्या कैबिनेट में बढ़ सकती है ओबीसी मंत्रियों की संख्या
CM Sai's Cabinet: छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में कौन-कौन शामिल होगा। मंत्रिमंडल का समीकरण क्या होगा। सियासी गरियारे में इस पर चर्चा तेज हो गई है।
CM Sai's Cabinet: रायपुर। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 13 दिसंबर को शपथ ग्रहण करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में होने वाले इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। पीएम की मौजूदगी में साय के साथ उनके कितने मंत्री शपथ लेगें यह प्रश्न तेजी से सियासी गलियारी में पूछा जा रहा है। सवाल यह भी हो रहा है कि मंत्रिमंडल के गठन का समीकरण क्या होगा। कैसे क्षेत्रीय और जातीय समीकरण को साधा जाएगा। आदिवासी समाज से आने वाले साय को मुख्यमंत्री बनाए जाने के साथ ही इस बात की संभावना बढ़ गई है कि राज्य कैबिनेट में अब ओबीसी को ज्यादा महत्व मिलेगा।
साय कैबिनेट में 2 डिप्टी सीएम होंगे यह फाइनल हो चुका है। प्रदेश अध्यक्ष और लोरमी सीट से विधायक चुने गए अरुण साव और कवर्धा से कांग्रेस सरकार के कद्दावार मंत्री को हरा कर विधायक बने विजय शर्मा दूसरे डिप्टी सीएम होंगे। साव ओबीसी वर्ग के साहू समाज से आते हैं और प्रदेश में ओबीसी वर्ग में साहू वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है। वहीं विजय शर्मा छत्तीगसढ़ में भाजपा के फायर ब्रांड हिंदुवादी नेता हैं।
छत्तीसगढ़ में भाजपा के कुल 54 विधायक जीत कर आए हैं। पार्टी ने इसमें से 21 नाम छांट कर निकाला है। इनमें कुछ पहली बार के भी विधायक शामिल हैं। इनमें 8 एसटी, 3 एससी और बाकी 10अन्य हैं। 10 अन्य में 4 ओबीसी हैं। इन 21 नामों में डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, विष्णुदेव साय, धरमलाल कौशिक, अरुण साव, अजय चंद्राकर, ओपी चौधरी, रेणुका सिंह, राम विचार नेताम, राम कुमार टोप्पो, विजय शर्मा, पुन्नुलाल मोहले, अनुज शर्मा, राजेश मूणत, गुरु खुशवंत साहब, दयालदास बघेल, विक्रम उसेंडी, नीलकंठ टेकाम, लता उसेंडी और केदार कश्यप का नाम शामिल है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सदस्य हैं। इस लिहजा से यहां मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 13 लोग ही शामिल हो सकते हैं। एक सीएम और 2 डिप्टी सीएम बनाए जाने के बाद 10 और मंत्री बनाए जाएंगे। सीएम एसटी वर्ग से हैं और दो डिप्टी सीएम में एक ओबीसी और दूसरे जनरल हैं। पार्टी नेताओं के अनुसार मंत्रिमंडल में नए और पुराने चेहरों के साथ ही तीन महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी नजर रहेगी। डॉ. रमन सिंह का नाम विधानसभा अध्यक्ष के लिए फाइनल हो चुका है। वहीं डिप्टी स्पीकर के लिए पुन्नूलाल मोहले का नाम चर्चा में है।
क्षेत्रीय समीकरण पर भी रहेगी नजर
मुख्यमंत्री साय सरगुजा संभाग से हैं। डिप्टी सीएम साव बिलासपुर संभाग और विजय शर्मा दुर्ग संभाग से हैं। स्पीकर बनाए जा रहे डॉ. रमन भी दुर्ग संभाग से हैं। अब तक की चर्चाओं में रायपुर और बस्तर संभाग का खाता नहीं खुला है। भाजपा को इस बार बस्तर संभाग से 12 में से 8 सीटें मिली हैं। इनमें 7 एसटी आरक्षित सीटें शामिल हैं। वहां से मंत्री पद के तीन दावेदार हैं। इनमें केदार कश्यप, लता उसेंडी और आईएएस की नौकरी छोड़ कर आए नीलकंठ टेकाम शामिल हैं। रायपुर संभाग की 20 में से 12 सीट भाजपा जीती है। यहां से दावेदारों में बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर और राजेश मूणत पुराने चेहरे हैं। नए चेहरों में एससी सीट से कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे शिवकुमार डहरिया को हरा कर पहली बार विधानसभा पहुंचे खुशवंत साहब के साथ फिल्म स्टार और धरसींवा विधायक अनुज शर्मा का नाम शामिल है। दुर्ग संभाग की 20 में से भाजपा 10 सीट जीती है। इस संभाग से डॉ. रमन, विजय शर्मा और दयाल दास बघेल दावेदारों में शामिल हैं। बिलासपुर संभाग की 24 में 10 सीट ही इस बार भाजपा जीत पाई है जबकि सरगुजा संभाग की सभी 14 सीट भाजपा के पास है।