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सीएम भूपेश बघेल का भाजपा-आरएसएस पर बड़ा हमला, कहा- सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने में इनकी मास्टरी, राम नाम जपना पराया माल अपना का है इनका सिद्धांत

सीएम भूपेश बघेल का भाजपा-आरएसएस पर बड़ा हमला, कहा- सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने में इनकी मास्टरी, राम नाम जपना पराया माल अपना का है इनका सिद्धांत
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By NPG News

रायपुर, 20 अक्टूबर 2021। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और आरएसएस पर बड़ा हमला बोला है। हेलीपेड में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा और आरएसएस दोनों ऐसे हैं, जिन्हें धर्मांतरण और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने में मास्टरी है। जहां ये सरकार में नहीं होते, वहां इसी अस्त्र के साथ अस्थिरता पैदा करते हैं। वो लोगों को भड़काने की कोशिश करते हैं। इन्हें शासन चलाना तो आता नहीं है। ये कोयला उपलब्ध नहीं करा पाए। ये ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा पाए। पेट्रोल के भाव कम नहीं कर पा रहे हैं। महंगाई कम नहीं कर पा रहे हैं। देश की स्थिति सुधर नहीं रही है, इसलिए ये दंगे भड़काने का काम, समाज में जहर घोलने का काम आजादी के पहले से करते आ रहे हैं और अब ये भी ये लोग यही कर रहे हैं। इनकी मास्टरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसान, आदिवासी, अनुसूचित जाति, महिलाएं, नौजवान, उद्योग जगत सबमें लगातार वृद्धि हो रही है। इनसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है। छत्तीसगढ़ में 15 साल भाजपा की सरकार थी, तब कभी छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ाने का काम इन्होंने किया नहीं। कभी राम वन गमन पथ बनाने की सुध नहीं ली। कभी तीजा, पोरा, हरेली, छठ, आदिवासी दिवस की छुट्‌टी घोषित नहीं की। ये कभी इसमें शामिल नहीं होते रहे। सिर्फ भड़काने का काम, राम नाम जपना पराया माल अपना, इस सिद्धांत पर चलते रहे हैं। अभी जिस प्रकार की घटनाएं ये कर रहे हैं, वे लगातार एक्सपोज होते जा रहे हैं।

कश्मीर मसले के लिए केंद्र सरकार की नीतियां जिम्मेदार

मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर में जो हालात हैं, उसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। पहले बोले कि नोटबंदी करेंगे तो आतंकवाद और नक्सलवाद की कमर टूट जाएगी। इसके बाद कहा कि 377 हटा देंगे। वह भी हट गया। सारी चीजें हटाते रहे, फिर भी आतंकवाद पनप रहा है। वहां जवान शहीद हो रहे हैं। आम नागरिक, मजदूर भी टार्गेट में हैं। ये कंट्रोल नहीं हो रहा है, उससे तय है कि भारत सरकार की नीति कमजोर है।

राइस मिलर्स की समस्या के लिए केंद्र को लिखा है पत्र

उसना चावल नहीं लेने के केंद्र सरकार के फैसले पर मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने राइस मिलर्स से बात की है। अधिकारियों से भी बात की है और केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। खाद्य मंत्री ने समय लिया है। समय मिलेगा तो मिलने के लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार की अनुमति से सभी ने राइस मिल लगाए हैं। प्रोडक्शन कर रहे थे। अब अचानक कह रहे हैं कि उसना चावल नहीं लेंगे। दो तिहाई धान उसना क्वालिटी के हैं। उसका खामियाजा न केवल राइस मिलर भुगतेंगे, बल्कि शासन और किसान भी उठाएंगे।

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