Chhattisgarh News: मंत्री की नहीं कोई सुनवाई: इन 2 अफसरों को हटाने का दिया है निर्देश, अफसरों ने दबा दी नोटशीट, जानिये..क्या है मामला
Chhattisgarh News: रामविचार नेताम प्रदेश के सबसे तेज तरार्र मंत्रियों में शामिल हैं, लेकिन विभागीय अफसरों के आगे उनकी भी कुछ नहीं चल रही है। मामला चिराग परियोजना से जुड़े 2 अफसरों का है।
Chhattisgarh News: रायपुर। प्रदेश के वरिष्ठ और आदिवासी मंत्री राम विचार नेताम की उनके विभाग के अफसर ही नहीं सुने रहे हैं। करीब महीनेभर पहले मंत्री ने लिखित निर्देश जारी किया, लेकिन अफसरों ने उस नोटशीट को ही दबा दिया। मामला कृषि विभाग के अंतर्गत चिराग परियोजना से जुड़ा है। मंत्री ने इस परियोजना में प्लेसमेंट के माध्यम से उच्च पदों पर रखे गए 2 अफसरों को सेवा से बाहर करने के लिए कहा है। मंत्री के यहां से करीब महीनेभर पहले फाइल चली थी, लेकिन अब कहां है किसी को पता नहीं है। दोनों अफसर आराम से अपनी नौकरी कर रहे हैं।
दरअसल, प्रदेश में 2021 में वर्ल्ड बैंक के सहयोग से चिराग परियोजना शुरू किया गया था। प्रदेश के 14 जिलों के 25 आदिवासी बहुल विकास खंडों में इसे लागू किया गया था। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आमदनी को बढ़ावा देना, गांवों में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना, युवाओं को मछली पालन और कृषि का प्रशिक्षण देना सहित अन्य शामिल है। इस प्रोजेक्ट में काम करने वाले सभी अफसर प्लेटमेंट के जरिये रखे गए हैं। बता दें कि 3 आईएएस अफसरों की पत्नियों की भर्ती की वजह से यह परियोजना 2 वर्ष पहले काफी चर्चा में रही। हालांकि विवाद के बाद आईएएस अफसरों की पत्नियां हट गईं, लेकिन उसी दौरान प्लेसमेंट के जरिये नौकरी में आए 2 अफसर आज भी अपने पद पर जमें हुए हैं।
कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने जिन 2 अफसरों को सेवा से बाहर करने का निर्देश दिया है उनमें मयूर गुप्ता और राजेश सिंह शामिल हैं। दोनों प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। दोनों को प्लेसमेंट के जरिये 2021 में ऑफर लेटर जारी किया गया था। इसमें दोनों की सेवाएं केवल 2 साल के लिए तय की गई थी, लेकिन समय पूरा होने के बाद भी दोनों अब भी पद पर बने हुए हैं।
शिकायत के आधार पर मंत्री ने दिया निर्देश
बताया जा रहा है कि चिराग परियोजना से जुड़े दोनों अफसरों मयूर गुप्ता और राजेश सिंह को लेकर मंत्री नेताम को शिकायत प्राप्त हुई थी। इसमें आरोप लगाया गया है कि दोनों वेतन लेने के अलावा कोई काम नहीं करते। दोनों के खिलाफ पहले भी विभाग में शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर, इस बार मंत्री नेताम ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
मंत्री ने जुलाई में लिखा था पत्र अब तक नहीं हुई कार्रवाई
मयूर गुप्ता और राजेश सिंह को हटाने के लिए मंत्री ने 23 जुलाई 2024 को कृषि विभाग को पत्र लिखा था। मंत्री के इस पत्र के आधार पर कृषि विभाग के उप सचिव ने चिराग परियोजना के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर को पत्र लिखकर दोनों पर कार्रवाई करने के लिए कहा था। उप सचिव ने प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर को भेजे पत्र में स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि मंत्री ने मयूर गप्ता और राजेश सिंह को हटाने केा निर्देश दिया है। इस आदेश पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए विभाग को सूचित करने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि उप सचिव के इस पत्र पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।