छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी: आज और कल प्रदेश के इन जिलों में बरसेंगे जमकर बादल, पिछले तीन महीने में इस जिले में सर्वाधिक वर्षा...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से मानसून सक्रिय हो गया है। रायपुर मौसम विभाग की माने तो आज और कल प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश होगी। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग की माने तो औसत समुद्र तल पर मॉनसून द्रोणिका हिमालय की तराई पर बना हुआ है। एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास बना हुआ है तथा यह 4.5 किमी. ऊपर तक विस्तारित है।
उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के केंद्र से दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश तक एक दोणिका 1.5 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर 1.5 किमी ऊपर तक विस्तारित है।
3 अगस्त मौसम
आज प्रदेश के सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बलरामपुर, जशपुर, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बलौदाबाजार, महासमुंद, गरियाबंद, रायपुर, बस्तर,बीजापुर, सुकमा में हैवी रेन का अलर्ट जारी किया गया है।
4 अगस्त मौसम
सरगुजा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, बिलासपुर,कबीरधाम, बस्तर, सुकमा के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में गरज-चमक और वज्रपात के साथ भारी बारिश हो सकती है।
तीन महीन में सबसे अधिक वर्षा
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2023 से अब तक राज्य में 737 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2023 से आज 03 सितम्बर सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1306.3 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 336.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है। राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 655.7 मिमी, बलरामपुर में 699.7 मिमी, जशपुर में 595.3 मिमी, कोरिया में 708.7 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 715 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 834.2 मिमी, बलौदाबाजार में 732.4 मिमी, गरियाबंद में 671.4 मिमी, महासमुंद में 768.1 मिमी, धमतरी में 731.2 मिमी, बिलासपुर में 748.7 मिमी, मुंगेली में 888.3 मिमी, रायगढ़ में 815.6 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 665.6 मिमी, जांजगीर-चांपा में 618.3 मिमी, सक्ती में 614.2 मिमी, कोरबा में 719.2 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 745.4 मिमी, दुर्ग में 591.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 569.5 मिमी, राजनांदगांव में 791.4 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 930.5 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 750 मिमी, बालोद में 779.8 मिमी, बेमेतरा में 563.9 मिमी, बस्तर में 802.6 मिमी, कोण्डागांव में 701.4 मिमी, कांकेर में 713.7 मिमी, नारायणपुर में 704.8 मिमी, दंतेवाड़ा में 857.1 मिमी और सुकमा में 1086.4 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
ऑरेंज अलर्ट
ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है। दूसरे शब्दों में कहें तो ऑरेंज अलर्ट के दौरान बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम खराब हो गया और लोगों को हालात पर नजर बनाए रखने के साथ ही बाहर भी नहीं निकलना है। अगर बाहर निकलना बेहद जरूरी हो तो बहुत ज्यादा सावधानी के साथ निकलें।
येलो अलर्ट
राज्य में कई जगह पर भारी बारिश की आशंका होती है तो येलो अलर्ट जारी किया जाता है। मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी करने का मतलब है कि अभी कोई खतरा नहीं है, लेकिन मौसम कभी भी खतरनाक हालात बना सकता है। लोगों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। इसका मकसद सिर्फ लोगों को मौसम के प्रति सतर्क करना है।
रेड अलर्ट
रेड अलर्ट का मतलब कई इलाकों में बहुत भारी बारिश होगी। इसे एक्टिवली हैवी रेनफॉल भी कहा जाता है। बादल फटने, नदियों का पानी खतरे के निशान से ऊपर जाने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इसके अलावा पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और पेड़ गिरने की घटनाएं होने पर भी रेड अलर्ट जारी किया जाता है। लोगों को जानमाल की सुरक्षा के लिए बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है।