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छत्तीसगढ़ की सबसे महंगी सब्जी 'बोड़ा', जिसे कहते है काला सोना... बाजार में कीमत 5000 रुपए किलो, इन बीमारियों के लिए रामबाण दवा...

छत्तीसगढ़ की सबसे महंगी सब्जी बोड़ा, जिसे कहते है काला सोना... बाजार में कीमत 5000 रुपए किलो, इन बीमारियों के लिए रामबाण दवा...
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By Sandeep Kumar Kadukar

रायपुर। छत्तीसगढ़ की सबसे महंगी सब्जी बोड़ा बस्तर के बाजारों में दिखना शुरू हो गया है। मानसून सब्जी बोड़ा की शुरुआती कीमत पांच हजार रुपए किलो है। महंगी होने के बावजूद लोग इसे बड़े चांव से खरीदकर घर ले जाते हैं। बोड़ा में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कई सारी बीमारियों के उपचार में दावा का काम करती है। शुगर, हाई बीपी, बैक्टीरियल इंफेक्शन, कुपोषण और पेट रोग को दूर करने में सक्षम पाया गया है। बोड़ा की खोज आदिवासियों ने की है।

बोड़ा एक फंगस है। वैज्ञानिकों ने इसका बॉटिनिकल नाम शोरिया रोबुस्टा रखा है। वैसे इसे छत्तीसगढ़ का काला सोना भी कहा जाता है। रायपुर में भी अच्छी खासी डिमांड है। साल में महज डेढ़ दो महीने ये ये सब्जी मिलती है।

कहां व कैसे पैदा होती है आइए जानें

देश की सबसे महंगी सब्जियों में शुमार बस्तर की बोड़ा सब्जी का बाजार सजकर तैयार हो गया है। बस्तर को साल वृक्षों का द्वीप भी कहा जाता है। साल वृक्ष के नीचे ही काले और सफेद रंग का बोड़ा निकलता है। बस्तर में मानसून के आगमन से पहले होने वाली बारिश में बोड़ा साल वृक्ष के नीचे से निकाला जाता है। कहा जाता है कि जितना बादल गरजता है उतना ही बोड़ा निकलता है। हल्की बारिश में इसकी आवक बस्तर के बाजारों में ज्यादा होती है। जहां जमीन थोड़ी ऊंची और मुलायम दिखती है, वहां बस्तर के आदिवासी जमीन खोदकर इसे निकालते हैं। मिटटी के नीचे होने के कारण इसमें काफी मिट्टी लगी होती है। इसे उपयोग में लाने से पहले इसकी काफी सफाई की जाती है

सीजन में बस्तर से आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में बोड़ा की सप्लाई की जाती है। बोड़ा में फाइबर, सेलेनियम, प्रोटीन, पोटैशियम, विटामिन डी और एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं। प्रोटीन का यह बड़ा स्रोत है। कैलोरी काफी कम होती है, जिससे हेल्थ कॉन्श लोग आराम से इसे खा सकते हैं। शुरुआती दिनों में मार्केट में बोड़ा उतरने के दौरान इसकी डिमांड के चलते काफी महँगी दर से बिकती है।

Sandeep Kumar Kadukar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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