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छतीसगढ़ की ज्योति मौर्य: मजदूर पति ने पढ़ा लिखा कर बनाया शिक्षिका, फिर बिना तलाक दूसरे पुरूष के साथ रहने लगी, पढ़िए पति की व्यथा

उत्‍तर प्रदेश की एमडीएम ज्‍योति मौर्य इन दिनों काफी चर्चा में हैं। पति से बेवफाई के बाद ज्‍योति से पति से तलाक के लिए कोर्ट में आवेदन दे रखा है। इस प्रकरण के उजागर होने के बाद देशभर में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।

छतीसगढ़ की ज्योति मौर्य: मजदूर पति ने पढ़ा लिखा कर बनाया शिक्षिका, फिर बिना तलाक दूसरे पुरूष के साथ रहने लगी, पढ़िए पति की व्यथा
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By Sanjeet Kumar

NPG न्यूज

कोरबा। उत्तर प्रदेश की बरेली एसडीएम ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya) की तरह अब छत्तीसगढ़ की उर्जाधानी कोरबा में भी एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया हैं। जहां मजदूर पति ने मजदूरी कर अपनी पत्नी को शिक्षिका बनाया। वहीं शिक्षिका बनने व दो बेटी होने के बाद भी पत्नी ने उससे बेवफाई करते हुए पर पुरुष से संबंध बना संतान पैदा कर ली। परेशान पति ने जिला शिक्षा अधिकारी से कार्यवाही के लिए गुहार लगाई है।

उत्तर प्रदेश की बरेली एसडीएम (SDMJyoti Maurya) ज्योति मौर्य की कहानी देशभर में चर्चित हुई थी। ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य सफाई कर्मी है। उन्होंने अपने पत्नी को शादी के बाद पढ़ा लिखा कर एसडीएम बनाया था। आलोक मौर्य व ज्योति मौर्य की तरह उनकी भी दो बेटियां है। उसके बाद ज्योति मौर्य का प्रेम प्रसंग गाजियाबाद में पदस्थ होमगार्ड के कमांडेंट मनीष दुबे से शुरु हो गया। आलोक मौर्य ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व डीजी होमगार्ड से कर कार्रवाई की मांग की थी। इसी तर्ज पर कोरबा में भी एक मामला सामने आया है। यहां 38 वर्षीय युवक शांति कुमार कश्यप पिता रघुनाथ प्रसाद कश्यप निवासी हाउसिंग बोर्ड कालोनी बालको नगर बालकों प्लांट में ठेका कर्मी है। उसकी शादी 6 मई 2011 को हुई थी। शादी के बाद उसकी दो संताने भी है। उसकी दोनों संताने बेटियां है।

शांति कुमार ने शादी के बाद अपनी पत्नी को सूर्यवंशम पिक्चर के हीरा ठाकुर की तरह आगे पढ़ने के लिए प्रेरित किया और उसके जाति निवास प्रमाण पत्र बनाने के साथ ही फार्म भरवाने से लेकर तैयारी करवाने में खूब मदद की। मजदूरी कर कर के शांति कुमार कश्यप ने कापी किताबें खरीदी और पढ़ाई करवा अपनी पत्नी को शिक्षा कर्मी वर्ग 3 की नौकरी लगवाई। पर नौकरी लगते ही शांति कुमार कश्यप की पत्नी का व्यवहार बदल गया। वह अब अपने मजदूर पति को अपने स्टेटस का न मान उस से दूरी बनाने लगी। फिर एक दिन अपने आय जाति प्रमाण पत्र व रिजल्ट घर से ले जाकर घर से अलग रहने से ले गई।

शांति कुमार कश्यप ने अपनी शिकायत में बताया है कि उसकी पत्नी कोरबा विकासखंड के एक शासकीय प्राथमिक शाला में सहायक शिक्षिका है। और 2 साल से उससे अलग रह रही है। नौकरी लगने के बाद उसका प्रेम प्रसंग किसी अन्य पुरुष से शुरु हो गया था। जिस पुरुष से उसकी पत्नी का प्रेम प्रसंग शुरू हुआ वह तलाकशुदा है। उनकी पत्नी अब उसी के साथ रहती है। शांति कुमार कश्यप ने बताया कि 2 साल से उससे अलग होने के बाद भी उसकी पत्नी ने एक संतान को जन्म दिया है। यह उसी तलाकशुदा पुरुष का है। उसने बिना तलाक लिए पर पुरुष से संबंध बनाने व संतान पैदा करने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा को शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। बरेली एसडीएम ज्योति मौर्य की तरह कोरबा की शिक्षिका का मामला भी सोशल मीडिया की सुर्खियां बन रहा है। बहरहाल इसमें कितनी सच्चाई है यह जांच के बाद ही पता चलेगा।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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