Chhattisgarh BJP News: भाजपा में सीएम पद के ये 6 चेहरे: मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताकर कार्यकर्ता मांग रहे वोट, जानिए... क्या हैं अंदर की खबर
Chhattisgarh BJP News: छत्तीसगढ़ में भाजपा सत्ता में वापसी करेगी या नहीं यह तो 3 दिसंबर को मतगतणन के बाद पता चलेगा। इधर, पार्टी में मुख्यमंत्री पद के आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार तैयार हो गए हैं। चुनाव प्रचार के दौरा कार्यकर्ता भावी सीएम बताकर वोट मांगते दिखे। कुछ तो बड़े नेताओं के भाषणों की वजह से सीएम पद की रेस में आ गए हैं।
Chhattisgarh BJP News: रायपुर। छत्तीसगढ़ की सत्ता में वापसी के लिए भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक रखी है। चुनाव कार्यक्रमों के ऐलान के बाद से हर दिन पार्टी का कोई न कोई राष्ट्रीय नेता या केंद्रीय मंत्री छत्तीसगढ़ आया।एक ही दिन में कई नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के दौरे हुए। संगठन के स्तर पर भी पार्टी ने कई नेताओं को यहां झोंक रखा है।
ऐसे में प्रदेश के भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रदेश में पार्टी की सरकार बनती नजर आने लगी है। इसके साथ ही कुछ नेताओं को मुख्यमंत्री की कुर्सी भी दिखने लगी है। भाजपा के ऐसे करीब आधा दर्जन नेता हैं जिन्हें सीएम पद का दावेदार माना जा रहा है। इसमें से कुछ नेताओं का नाम तो राष्ट्रीय नेताओं ने ही उछाला है।
ऐसे नेताओं के कार्यकर्ता भी भावी मुख्यमंत्री के लिए वोट मांगते नजर आए। भावी सीएम बता कर वोट मांगे जाने से चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्र के माहौल पर भी असर पड़ा है। अब यह वोट में कितना तब्दील होगा और इसका वास्तव में कितना फायदा हुआ यह तो 3 दिसंबर को ईवीएम खुलने के बाद पता चलेगा।
जानिए... भाजपा के कौन-कौन से नेता हैं मुख्यमंत्री पद के दावेदार
भाजपा की तरफ से करीब आधा दर्जन नेताओं के नाम सीएम पद के दावेदार के रुप में उछाला जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह स्वभाविक रुप से मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़े दावेदार हैं। हालांकि, रमन सिंह का नाम बड़ा है, लिहाजा उन्हें सीएम बनने के नाम पर वोट नहीं मांगा जा रहा। 15 साल तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन के अलावा जो 6 नाम चर्चा में हैं उनमें प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अरुण साव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, पूर्व मंत्री राम विचार नेताम, प्रदेश महामंत्री व पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी और दुर्ग सांसद विजय बघेल का नाम शामिल है। इन प्रत्याशियों के इलाके में उन्हें भविष्य का सीएम बताकर वोट मांगा जा रहा है।
जानिए... सीएम पद के दावेदारी में कितना दम
अरुण साव: साव को पार्टी ने लोरमी सीट से प्रत्याशी बनाया है। साव अभी प्रदेश अध्यक्ष के साथ बिलासपुर के सांसद हैं। ओबीसी वर्ग से आने वाले साव की पृष्ठभूमि संघ की है। साव प्रदेश में सबसे बड़े वोट बैंक वाले साहू समाज से आते हैं। साव के प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले तक भाजपा पूरी तरह बिखरी हुई थी। साव के अध्यक्ष बनने के बाद संगठन में बदलाव हुआ और कार्यकर्ता भी रिचार्ज हुए हैं।
विष्णुदेव साय: कुनकुरी सीट से भाजपा प्रत्याशी साय आदिवासी हैं। पूर्व में केंद्रीय मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। सीएम के रुप में इनके नाम की चर्चा अमित शाह के उस बयान के बाद से शुरू हुई जिसमें शाह ने साय के लिए वोट मांगते हुए कहा कि आप विष्णुदेव साय को जीताइये, हम इन्हें बड़ा आदमी बनाएंगे। साय को पूर्व सीएम डॉ. रमन का करीबी माना जाता है।
राम विचार नेताम: रमन सरकार में दो बार मंत्री और राज्यसभा सदस्य रह चुके नेताम को पार्टी ने इस बार उनकी पुरानी सीट रामानुजगंज से मैदान में उतारा है। आदिवासी समाज से आने वाले नेताम की चर्चा 7 जुलाई को रायपुर में पीएम की सभा के मंच पर मिले महत्व के बाद शुरू हुई। वैसे रमन सरकार में मंत्री रहते नेताम कई बार आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग को लेकर दिल्ली तक जा चुके हैं।
केदार कश्यप: डॉ. रमन सरकार में तीन बार मंत्री रहे कश्यप 2018 का चुनाव हार गए थे। ये बस्तर के दिग्गज नेता बलीराम कश्यप के पुत्र हैं। चुनाव हारने के बावजूद भाजपा में उसका महत्व कम नहीं हुआ। अभी नारायणपुर सीट से प्रत्याशी हैं। पार्टी ने पहले उन्हें प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी थी। अभी वे प्रदेश संगठन में महामंत्री का महत्वपूर्ण पद संभाल रहे हैं। इनकी गिनती पार्टी के युवा नेताओं में होती है।
ओपी चौधरी: आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए चौधरी को पार्टी ने इस बार रायगढ़ सीट से प्रत्याशी बनाया है। 2018 में उन्हें कांग्रेस के सबसे मजबूत गढ़ खरसियां सीट से मैदान में उतारा गया था, लेकिन वे हार गए। साव की तरह ओबीसी वर्ग से आने वाले चौधरी का नाम भी शाह की वजह से चर्चा में है। शाह ने रायगढ़ में रोड शो के दौरान ओपी को जिताने की अपील करते हुए उन्हें भी बड़ा आदमी बनाने का वादा किया है।
विजय बघेल: दुर्ग के वर्तमान सांसद व पूर्व संसदीय सचिव विजय बघेल को पार्टी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन सीट से चुनावी रण में उतारा है। इसकी वजह से बघेल को सीएम के पद का स्वभाविक दावेदार माना जा रहा है। ओबीसी वर्ग से आने वाले बघेल पार्टी पूरा महत्व दे रही है। पार्टी ने पहले उन्हें घोषणा पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी, जिसकी सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर रहे हैं।
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