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Chhattisgarh Assembly Election 2023: हम नाम प्रत्‍याशी: एक ही नाम के उम्‍मीदवारों के कारण 2018 में रोचक हो गई थी कई सीटों पर जंग

Chhattisgarh Assembly Election 2023: 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्‍य की कुछ सीटों पर एक ही नाम के कई प्रत्‍याशी खड़े हो गए थे। इस बार भी कुछ सीटों पर ऐसे ही समीकरण नजर आ रहे हैं।

Chhattisgarh Assembly Election 2023: हम नाम प्रत्‍याशी: एक ही नाम के उम्‍मीदवारों के कारण 2018 में रोचक हो गई थी कई सीटों पर जंग
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By Sanjeet Kumar

Chhattisgarh Assembly Election 2023: रायपुर। ‘हम नाम’ यानी एक ही नाम वाले लोग। बहुत से लोग होते हैं जो अपने हम नाम से मिलकर खुश होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जिन्‍हें हम नाम से मिलकर कोई खुशी नहीं होती। इन सबके बीच कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्‍हें हम नाम की वजह से खतरा महसूस होता है। खतरा कुर्सी जाने का..खतरा हार का... मामला जब चुनाव से जुड़ा हो तो हम नाम किसी को पसंद नहीं आता है।

छत्‍तीसगढ़ में हम नाम प्रत्‍याशियों का दिलचस्‍प चुनावी इतिहास है। इस बार भी पहले चरण की 20 सीटों में शामिल कवर्धा में एक ही नाम के दो प्रत्‍याशी हैं। दोनों का नाम अकबर भाई है। वैसे हम नाम प्रत्‍याशी की देश में कहीं भी चर्चा होती है तो वहां महासमुंद लोकसभा का जिक्र जरुर आता है। 2014 में महासमुंद सीट से एक साथ 11 चंदूलाल चुनाव मैदान में थे।

बहरहाल महासमुंद लोकसभा सीट से पहले चर्चा पिछले विधानसभा चुनाव की। 2018 के विधानसभा चुनाव में अंबिकापुर, चंद्रपुर और कोरबा सहित कुछ और सीटों पर एक ही नाम के एक से ज्‍यादा प्रत्‍याशी चुनाव लड़े थे।

अंबिकापुर से कांग्रेस ने टीएस सिंहदेव को टिकट दिया। सिंहदेव को अंबिकापुर के लोग बाबा या बाबा साहब भी कहते हैं। तो वहां से दो और टीएस सिंह चुनाव में खड़े हो गए। दोनों नाम के साथ बाबा भी लिखते थे। इसी तरह प्रतापपुर सीट के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. प्रेमसाय सिंह के खिलाफ प्रेमसाय के नाम के तीन उम्मीदवार मैदान में उतर गए थे।

उधर, कोरबा सीट से भाजपा प्रत्‍याशी विकास महतो के मुकाबले एक और विकास कुमार महतो मैदान में उतर गया। वहीं, जांजीगर-चांपा जिला की दो विधानसभा सीटों पर मिलते-जुलते 6 प्रत्याशी मैदान में थे। चंद्रपुर सीट से बसपा गीतांजलि पटेल को टिकट दिया था। वहां एक और गीतांजलि पटेल ने निर्दलीय पर्चा भार दिया था। इसी सीट से कांग्रेस उम्‍मीदवार रामकुमार यादव के एक हम नाम ने भी चुनाव लड़ था। सक्ती सीट भाजपा ने मेघाराम साहू के टिकट दिया था। इसी सीट से एनसीपी जिसे टिकट दिया उनका नाम भी मेघाराम साहू था। कटघोरा से कांग्रेस प्रत्याशी पुरुषोत्तम कंवर के हमनाम से पुरुषोत्तम सिंह कंवर भी मैदान थे। पाली-तानाखार सीट से दो रामदयाल उइके ने चुनाव लड़ा था। एक भाजपा प्रत्‍याशी थे, जबकि दूसरे निर्दलीय।



Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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