Chhattisgarh Assembly Election 2023 : बहुरानी बचाएंगी चंद्रपुर में जशपुर पैलेस की साख! पति की सीट पाने के लिए महल छोड़ संयोगिता ने चंद्रपुर में बनाया आशियाना...
2018 के चुनाव में संयोगिता सिंह जूदेव तीसरे स्थान पर रहीं. पहले स्थान पर कांग्रेस के रामकुमार यादव और दूसरे स्थान पर बसपा की गीतांजलि पटेल थीं.
Chhattisgarh Assembly Election 2023 : रायपुर. छत्तीसगढ़ में एक रोमांचक लड़ाई चंद्रपुर सीट पर होने जा रही है. पिछले चुनाव में यहां हल और महल के बीच लड़ाई थी, जिसमें ठेठ देहाती रामकुमार यादव जीते थे और जशपुर राजघराने की बहु संयोगिता सिंह जूदेव तीसरे नंबर पर थीं. इस बार संयोगिता ने महल छोड़कर चंद्रपुर में ही अपना आशियाना बना लिया है. जशपुर राजघराने की बहु को गांव की महिलाओं के साथ धूप में बैठकर धरना देते या किसी गरीब परिवार के घर पर चूल्हे के पास बैठकर खाना खाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा में रही. युद्धवीर सिंह जूदेव के 20 सितंबर 2021 को निधन के बाद संयोगिता ने रायपुर छोड़ दिया. राजकुमार कॉलेज से बच्चे का टीसी निकलवा दिया और खुद चंद्रपुर में रहने लगीं.
अमूमन पति के निधन के बाद महिलाएं टूट जाती हैं, लेकिन संयोगिता ने टूटने के बजाय पति के सपने को पूरा करने की ठानी. जशपुर पैलेस से करीब 200 किलोमीटर दूर सक्ती में रहकर वे क्षेत्र के लिए काम करने पहुंची हैं. चंद्रपुर में माता चंद्रहासिनी का प्रसिद्ध मंदिर है. यहां छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पड़ोसी राज्य ओडिशा से भी बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं.
दरअसल, 2008 में पहली बार चंद्रपुर सीट से युद्धवीर सिंह चुनाव मैदान में उतरे थे. युद्धवीर के खिलाफ नोवेल कुमार वर्मा प्रत्याशी थी. इस चुनाव में युद्धवीर जीते और नोवेल की हार हुई. कांग्रेस तीसरे नंबर पर चली गई थी. 2003 में नोवेल एनसीपी के अकेले विधायक चुने गए थे.
2013 में फिर से युद्धवीर चुनाव मैदान में उतरे. इस बार युद्धवीर सिंह के खिलाफ दूसरे नंबर पर बसपा के रामकुमार यादव थे. कांग्रेस के नोवेल कुमार वर्मा तीसरे नंबर पर चले गए थे. 2008 के मुकाबले युद्धवीर को ज्यादा वोट मिले थे.
2018 के चुनाव में भाजपा ने युद्धवीर के बजाय उनकी पत्नी संयोगिता सिंह जूदेव को अपना प्रत्याशी बनाया. भाजपा के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी थी. इस वजह से संयोगिता न सिर्फ हारीं, बल्कि तीसरे स्थान पर चली गईं. बसपा से कांग्रेस में आए रामकुमार यादव यहां से जीते.
अब एक बार फिर संयोगिता चुनाव मैदान में हैं. इस बार उनके साथ युद्धवीर नहीं हैं, लेकिन राजनीति के काफी दांवपेंच उन्हें आ गए हैं, क्योंकि हार के बाद वे चंद्रपुर में सक्रिय भी रही हैं. संयोगिता पर ही जशपुर पैलेस की साख बचाने की भी जिम्मेदारी रहेगी, क्योंकि एक तो चंद्रपुर में जशपुर राज परिवार का प्रभाव रहा है, दूसरी इस सीट पर दो बार युद्धवीर सिंह जीते थे. फिलहाल यहां से कांग्रेस ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है.
चंद्रपुर : चुनाव दर चुनाव
2018
प्रत्याशी - पार्टी - वोट - प्रतिशत
रामकुमार यादव, कांग्रेस - 51717 - 31.96 प्रतिशत
गीतांजलि पटेल, बसपा - 47299 - 29.23 प्रतिशत
संयोगिता सिंह जूदेव, भाजपा - 39638 - 24.49
2013
युद्धवीर सिंह जूदेव, भाजपा - 51295 - 33.78
रामकुमार यादव, बसपा - 45078 - 29.69
नोवेल कुमार वर्मा, कांग्रेस - 42593 - 28.05
2008
युद्धवीर सिंह जूदेव, भाजपा - 48843 - 39.10
नोवेल कुमार वर्मा, एनसीपी - 31553 - 25.26
गोविंद अग्रवाल, बसपा - 25426 - 20.35