Begin typing your search above and press return to search.

CG Vidhansabha, MLA's Report Card: प्रश्‍न व अटेंडेंस में छत्‍तीसगढ़ के ये विधायक रहे आगे, जानिए पांच वर्षों में आपके माननीय का विधानसभा में कैसा रहा प्रदर्शन

CG Vidhansabha, MLA's Report Card छत्‍तीसगढ़ विधानसभा का मंगलवार से मानसून सत्र शुरू हो रहा है। यह मौजूदा विधानसभा का अंतिम सत्र होगा।

CG Vidhansabha, MLAs Report Card: प्रश्‍न व अटेंडेंस में छत्‍तीसगढ़ के ये विधायक रहे आगे, जानिए पांच वर्षों में आपके माननीय का विधानसभा में कैसा रहा प्रदर्शन
X
By Sanjeet Kumar

CG Vidhansabha, MLA's Report Card: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र (CG Assembly monsoon Session) मंगलवार (18 जुलाई) से शुरू हो रहा है। यह मौजूदा विधानसभा का अंतिम सत्र होगा। विधानसभा की अगली बैठक अब चुनाव (Chhattisgarh Assembly Election 2023) के बाद ही होगी। इस लिहाज से मौजूदा माननीयों का कार्यकाल पांच वर्ष का पूरा हो गया है। इन पांच वर्षों में आपके क्षेत्र के माननीय ने क्षेत्र में कितना काम किया यह तो आप जातने ही होंगे। यहां NPG News आपको बताने जा रहा है कि आपके विधायक सदन में कितने दिन उपस्थित रहे और कितने सवाल किए।


छत्‍तीसगढ़ की मौजूदा विधानसभा की 16 सत्रों में कुल 112 बैठके हुई हैं।

विधानसभा की अब तक हो चुकी 16 बैठकें CG Vidhansabha, MLA's Report Card

मौजूदा विधानसभा का गठन दिसंबर 2018 में हुआ था। तब से अब तक सदन की 16 बैठके या दूसरे शब्‍दों में कहें तो 16 सत्र हो चुके हैं। मंगलवार से शुरू हो रहा मानसून सत्र (CG Assembly monsoon Session) 17वां सत्र होगा। कोरोना महामारी की वजह से विधानसभा का सत्र भी प्रभावित रहा। इसके बावजूद 16 सत्रों में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा की 112 बैठकें हुई हैं। पहला सत्र दो हिस्‍सों में हुआ था। पहली बैठक 4 से 10 जनवरी 2019 तक उसके बाद 8 फरवरी से 1 मार्च तक। दो बार में कुल 21 बैठके हुई थीं।

सदन में इन विधायकों की उपस्थिति रही सबसे कम

CG Vidhansabha, MLA's Report Card एक विधायक की शतप्रतिशत अटेंडेंस

प्रदेश के 90 विधायकों में मात्र एक ही विधायक हैं जो सदन में पूरे 112 दिन उपस्थित रहे हैं। शत प्रतिशत उपस्थिति वाले विधायक का नाम भुनेश्‍वर शोभाराम बघेल है। बघेल डोंगरगढ़ विधानसभा सीट से विधायक हैं और पहली बार चुन कर आए हैं। विधानसभा में सवाल पूछने के मामले में भी इनका प्रदर्शन ठीक ही रहा है। बघेल ने अब तक के 16 सत्रों में कुल 246 सवाल लगाए हैं। उपस्थिति के मामले में बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय का नंबर दूसरा है। वे सदन में 111 दिन उपस्थित रहे हैं। वहीं, सवाल पूछने वालों में पांडेय 461 प्रश्‍नों के साथ टाप टेन की सूची में शामिल हैं।

इनकी नहीं दर्ज होती उपस्थिति CG Vidhansabha, MLA's Report Card

सदन में विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्‍यक्ष की उपस्थिति दर्ज नहीं की जाती। इसी तरह मुख्‍यमंत्री और सभी मंत्रियों के साथ ही नेता प्रतिपक्ष की भी विधानसभा सचिवालय उपस्थिति दर्ज नहीं करता है।

विधानसभा में सबसे ज्‍यादा प्रश्‍न करने वाले टॉप 20 विधायक


प्रश्‍न करने में विपक्ष के नेता आगे, लेकिन टॉप टेन में कांग्रेसी भी

विधानसभा में प्रश्‍न पूछने वालों में सबसे आगे धरमलाल कौशिक हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने सर्वाधिक 542 प्रश्‍न लगाए हैं। दूसरे नंबर बसपा के केशव चंद्रा और भाजपा के अजय चंद्राकर है। दोनों ने 540-540 प्रश्‍न किए हैं। तीसरे स्‍थान पर भाजपा के सौरभ सिंह का नंबर है। उन्‍होंने 536 प्रश्‍न किए हैं। इस सूची में छठवें नंबर पर नाम दलेश्‍वर साहू का है। कांग्रेस विधायक साहू ने 520 प्रश्‍न किए हैं। वहीं अरुण वोरा भी टॉप टेन की सूची में 10वें नंबर पर हैं। वोरा 507 प्रश्‍न किया है।

ये हैं वो 10 विधायक जिन्‍होंने सबसे कम प्रश्‍न पूछा।

लगभग आधी बैठकों में नहीं पहुंचे अमितेष शुक्ल

राजिम से कांग्रेस विधायक अमितेष शुक्‍ल की सदन में उपस्थिति सबसे कम रही है। शुक्‍ल 112 में से केवल 62 दिन ही आए हैं। इस सूची में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव का नंबर दूसरा है। यादव की केवल 71 दिन की उपस्थिति दर्ज हुई है। सदन में कम हाजिरी वाले 10 विधायकों में नौ कांग्रेस के हैं। वहीं, रमन सिंह भी इस सूची में शामिल हैं। वे 89 दिन ही सदन कार्यवाही में शामिल हुए हैं।

विधायकों के प्रश्‍नों की सत्रवार सूची


विधायकों का अटेंडेंस: कुल 16 सत्रों में सदन की 112 बैठके हुई हैं।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

Read MoreRead Less

Next Story