कांकेर। एक बार फिर मंत्री कवासी लखमा अपने बयानों से चर्चे में आ गए है। इन्होंने इस बार आदिवासियों को जन्म से हिन्दू नहीं होना बताया है।
दरसअल, शुक्रवार को सीएम भूपेश बघेल कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। उनके साथ मंत्री कवासी लखमा भी थे। इस दौरान मंत्री लखमा ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आदिवासी जन्म से हिन्दू नहीं है। भाजपा द्वारा उन्हें वनवासी कहा जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है। देखें नीचे उनका पूरा बयान...
Video आरक्षण के मुद्दे पर घिरे मंत्री: भानुप्रतापपुर उपचुनाव प्रचार के दौरान मंत्री कवासी लखमा का विरोध, नारेबाजी
कांकेर 23 नवम्बर 2022। छत्तीसगढ़ में आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा है। कांग्रेस और भाजपा के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने अपना प्रत्याशी खड़ा किया है। पूर्व डीआईजी अकबर राम कोर्राम को को समर्थन देते हुए सर्व आदिवासी समाज के सभी प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया। इधर, अब चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशियों के सामने विपरीत स्थिति बनने लगी है। उपचुनाव का प्रचार करने गए आबकारी मंत्री कवासी लखमा का बोगर गांव में विरोध हो गया। गांव के सरपंच ज्ञान सिंह गौर ने आरक्षण के मुद्दे पर मंत्री के सामने ही िवरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। मंत्री कुछ बोलना चाहते थे, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।