CG School News: CG बदलेगा शिक्षक और विद्यार्थियों की संख्या का मापदंड: अभी 21 बच्चों पर हैं एक शिक्षक, देखें सरकार का प्लान
CG School News: छत्तीसगढ़ सरकार स्कूल शिक्षा में कई बदलाव करने जा रही है। इसमें प्रदेश में शिक्षकों और विद्यार्थियों का मापदंड भी बदलने की तैयारी है।
CG School News: रायपुर। सुशासन के मंत्र के साथ सत्ता में आई विष्णुदेव साय सरकार राज्य की शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है। इस बदलाव का रोड मैप तैयार हो चुका है। इसी शिक्षा सत्र से इस पर अमल किए जाने की तैयारी है। सत्ता में आते ही सरकार ने शिक्षा का अधिकार (आरटीई) में निजी स्कूलों की मनमानी पर नकेस कसा और सरकारी स्कूलों के सिस्टम में बदलाव किया जा रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि इस वक्त स्कूल शिक्षा विभाग की कमान स्वयं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय संभाल रहे हैं।
अफसरों के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश की स्कूल शिक्षा में बदलाव के लिए स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का प्लान तैयार किया है। अफसरों का दावा है कि इससे न केवल सरकारी स्कूलों की दशा और दिशा बदलेगी बल्कि शिक्षा की गुणवत्त में भी बदलाव आएगा।
वर्तमान में सरकारी स्कूलों शिक्षकों और बच्चों की संख्या के बीच काफी विषमता है। प्रदेश के 297 स्कूल शिक्षक वीहिन हैं तो 5 हजार से ज्यादा स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं, जबकि 7 हजार से ज्यादा स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षकों की संख्या अधिक है। राज्य सरकार इस विषमता को खत्म करने के साथ ही प्रदेश में बच्चों और शिक्षकों की संख्या एक मापदंड तय किया है। अफसरों के अनुसार इस पर सख्ती से अमल किया जाएगा।
जानिये... शिक्षक और बच्चों की संख्या का मापदंड
सरकार ने प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शालाओं के लिए शिक्षकों और बच्चों का जो अनुपात तय किया है उसमें बच्चों पर कम से कम 2 शिक्षक रखने का प्लान है। वहीं, पूर्व माध्यमक शालाओं के लिए यह मापदंड 205 बच्चों पर 4 शिक्षक का है। प्राथमिक स्कूलों में प्रत्येक 30 विद्यार्थियों पर एक अतिरिक्त शिक्षक दिया जाएगा। दर्ज संख्या के अनुपात से अधिक कार्यरत सहायक शिक्षक अतिशेष होंगे।शाला में कार्यभार ग्रहण दिनांक के आधार पर कनिष्ठ सहायक शिक्षक अतिशेष होगा।
वहीं पूर्व माध्यमिक शालाओं में प्रत्येक 35 विद्यार्थियों पर एक अतिरिक्त शिक्षक देने का फैसला किया गया है। वहीं, दर्ज संख्या के अनुपात से अधिक कार्यरत शिक्षक अतिशेष होंगे। शाला में कार्यभार ग्रहण दिनांक के आधार पर कनिष्ठ शिक्षक अतिशेष होगा। अतिशेष की गणना करते समय विषय का ध्यान I. अंग्रेजी, II. गणित, III. कला, IV. विज्ञान, V. हिन्दी, VI. संस्कृत/उर्दू/वाणिज्य रखा जाएगा।
प्राथमिक शाला
दर्ज संख्या | दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षक संख्या |
60 | प्रधान पाठक-1, सहायक शिक्षक-1 |
61-90 | प्रधान पाठक-1, सहायक शिक्षक-2 |
91-120 | प्रधान पाठक-1, सहायक शिक्षक-3 |
121-150 | प्रधान पाठक-1, सहायक शिक्षक-4 |
पूर्व माध्यमिक स्कूल
दर्ज संख्या | दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षक संख्या |
105 | प्रधान पाठक-1, शिक्षक-3 |
106-140 | प्रधान पाठक-1, शिक्षक-4 |
26 | बच्चों पर एक शिक्षक का है राष्ट्रीय औसत |
जुलाई में हुए विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सदन को बताया था कि छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर है। उन्होंने बताया कि देश में 26 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक हैं जबकि प्रदेश में 21 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है। शिक्षकों की पदस्थापना में अब तक कुछ अव्यवस्थाएं थी। जिसके कारण शिक्षकों की कमी परिलक्षित हो रही थी। इन कारणों से सर्वप्रथम युक्तियुक्तकरण करना पहली प्राथमिकता होगी।