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परीक्षा रद्द-अब पैसे का पचड़ा: CG माशिमं ने जो प्रश्न पत्र भेजे थे, उनकी फोटोकॉपी में 10-12 हजार खर्च, स्कूलों के सामने फिर वही संकट...

परीक्षा रद्द-अब पैसे का पचड़ा: CG माशिमं ने जो प्रश्न पत्र भेजे थे, उनकी फोटोकॉपी में 10-12 हजार खर्च, स्कूलों के सामने फिर वही संकट...
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By NPG News

रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा तैयार प्रश्न पत्र लीक होने के तुरंत बाद जिम्मेदारों ने परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर दिया। साथ ही, यह प्रस्ताव रख दिया कि अब अपने स्तर पर परीक्षा ले लें। स्कूल के प्रधान पाठक से प्रिंसिपल के सामने अब यह दिक्कत है कि उन्होंने जो राशि प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी करने में खर्च की थी, उसका क्या? दूसरा सवाल यह कि नए सिरे से परीक्षा कंडक्ट करने में भी इतनी ही राशि खर्च करनी पड़ेगी, क्योंकि ब्लैक बोर्ड पर लिखने में जो समस्या थी, उसी वजह से फोटोकॉपी करने का निर्णय लिया गया। नए सिरे से परीक्षा लेने में फोटोकॉपी कराने की मजबूरी है। शिक्षकों के मुताबिक प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी करने में छोटे बड़े स्कूलों की दर्ज संख्या के मुताबिक औसत 5 से 12 हजार तक का खर्च आया था।

ब्लैक बोर्ड में लिखने में इस वजह से समस्या

शिक्षकों के मुताबिक परीक्षा की बैठक व्यवस्था न्यूनतम दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को अल्टरनेट बैठकर होती है, जिससे नकल जैसी स्थिति न बने। जाहिर है कि क्लास रूम में ब्लैक बोर्ड एक है और दो क्लास के बच्चे हैं तो दोनों के प्रश्न पत्र लिखने में मुश्किल आएगी। यदि एक ही क्लास के बच्चों को एक एक बेंच छोड़कर बैठाएं तो जहां दर्ज संख्या ज्यादा है, वहां दो-तीन या इससे भी ज्यादा कमरों में बैठाना पड़ेगा। यानी इन सभी कक्षा के ब्लैक बोर्ड में जाकर सवाल लिखना होगा। कई स्कूलों के शिक्षकों का कहना है कि उनके यहां ब्लैक बोर्ड भी इतना बड़ा नहीं है कि सारे सवाल लिखे जा सकें।

फोटोकॉपी दुकानों से भी बिकने लगे थे प्रश्न पत्र

NPG.News ने यू ट्यूब चैनल पर प्रश्न पत्र अपलोड होने की खबर प्रकाशित की, जिससे बवाल मचा और परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया। अब खबरें आ रही हैं कि देहात में तो फोटोकॉपी सेंटर से भी प्रश्न पत्र बिक रहे थे। ऐसे में यह भी आशंका है कि कोचिंग सेंटर को स्कूल या फोटोकॉपी सेंटर से प्रश्न पत्र उपलब्ध हुए होंगे। सोमवार यानी आज से परीक्षाएं होनी थी, इसलिए लगभग अधिकांश स्कूल प्रबंधन ने प्रश्न पत्रों की फोटोकॉपी के लिए दे दिया था, जिससे हर हाल में शनिवार-रविवार तक प्रश्न पत्र उपलब्ध हो जाएं और परीक्षा के दिन कोई समस्या न आए। कई प्रिंसिपल के मुताबिक उन्होंने शनिवार की रात में खबर पढ़ने के बाद फोटोकॉपी करने से मना किया।

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