Naxal Attack in Chhattisgarh एक साल बाद बड़ी घटना : बड़ी घटनाएं नहीं कर पा रहे थे नक्सली, सालभर बाद जरा सी चूक से हुआ बड़ा नुकसान
जगदलपुर / रायपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में एक बार फिर नक्सली बड़ी घटना को अंजाम देने में कामयाब रहे और जरा सी चूक के कारण डीआरजी के 11 जवान शहीद हो गए. सालभर पहले सुकमा जिले के मिनपा जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में 17 जवान शहीद हो गए थे. इनमें 12 जवान डीआरजी के थे. यह पहली घटना थी, जिसमें डीआरजी को इतना बड़ा नुकसान हुआ था. वहीं, अप्रैल 2021 में बीजापुर में 23 जवानों की शहादत हुई थी.
नक्सलियों के खिलाफ अब लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच चुकी है. नक्सलियों का दायरा सिमटता जा रहा है. करीब सालभर से नक्सली एक भी बड़ी वारदात नहीं कर पाए थे. हालांकि आईईडी की चपेट में आने से जवानों की शहादत या घायल होने की घटनाएं बीच-बीच में होती रहती थी. अरनपुर के जिस जंगल में यह हादसा हुआ है, वहां जरा सी चूक के कारण नक्सलियों को फिर एक बड़ी वारदात को अंजाम देने का मौका मिल गया.
दरअसल, नक्सलियों ने अरनपुर सड़क में जहां वारदात को अंजाम दिया, वह रणनीतिक रूप से सुरक्षा बलों के लिए काफी मायने रखता है. सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा के बीच यह ऐसी सड़क बनाई जा रही है, जिसके बनने से नक्सलियों का एक अहम कॉरिडोर सुरक्षा बलों के कब्जे में आ जाता. इस तरह नक्सलियों के एक-दूसरे जिले में मूवमेंट में काफी मुश्किलें आने वाली थी. जो खबरें आ रही हैं, उसके मुताबिक बिना रोड ओपनिंग पार्टी के जवान निकले थे, इसलिए नक्सली अपनी करतूत में कामयाब हो गए.
गृहमंत्री शाह ने सीएम से की बात
नक्सल घटना की सूचना मिलने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम भूपेश बघेल से बात की. उन्होंने जवानों की शहादत पर शोक जताया और भरोसा दिलाया कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में केंद्र सरकार साथ है और वे हरसंभव मदद उपलब्ध कराएंगे. वहीं, सीएम भूपेश बघेल ने भी नक्सल घटना पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट किया है, 'दंतेवाड़ा के थाना अरनपुर क्षेत्र अंतर्गत माओवादी कैडर की उपस्थिति की सूचना पर नक्सल विरोधी अभियान के लिए पहुंचे डीआरजी बल पर आईईडी विस्फोट से हमारे 10 डीआरजी जवान व एक चालक के शहीद होने का समाचार बेहद दुखद है. हम सब प्रदेशवासी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उनके परिवारों के साथ दुख में हम सब साझेदार हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.'
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने जवानों की शहादत पर गहरा शोक व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. शहीद जवानों को श्रद्धंाजलि देते हुए उन्होंने घटना की कड़ी निंदा की है और कहा कि नक्सलियों के राष्ट्र विरोधी मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. केंद्र और राज्य शासन समन्वय पूर्वक नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए कटिबद्ध है.
हाल की नक्सल घटनाएं
28 मार्च : कांकेर में आईईडी ब्लास्ट में दो जवान घायल.
27 मार्च : बीजापुर में प्रेशर आईईडी ब्लास्ट में एपीसी शहीद.
24 मार्च : नारायणपुर के छोटे बुरगुम जंगल में मुठभेड़, आईईडी जब्त.
21 मार्च : कोरचोली व तोड़का जंगल में मुठभेड़ में एक महिला नक्सली मारी गई.
26 फरवरी : नारायणपुर ओरछा में आईईडी ब्लास्ट में हेड कांस्टेबल शहीद.
25 फरवरी : सुकमा जिले के कुंदेड़ जगरगुंडा इलाके में 3 जवान शहीद.
20 फरवरी : दंतेवाड़ा में शादी में गए एक जवान का नक्सलियों ने गला रेता.
20 फरवरी : राजनांदगांव में महाराष्ट्र बॉर्डर पर नक्सल फायरिंग में दो जवान शहीद.