मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में चूहे: मेडिकल स्टूडेंट्स को रात में चूहे काट रहे, पैरों से खून आ जा रहा... रैबीज का इंजेक्शन लगवा रहीं छात्राएं
रायपुर। राज्य के सबसे पुराने पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि देश के कई नामी डॉक्टर निकले हैं, लेकिन अब क्या स्थिति है, यह देखने की फुर्सत उन्हें भी नहीं हैं, जो फिलहाल प्रबंधन और प्रशासन संभाल रहे हैं। मेडिकल कॉलेज की गर्ल्स हॉस्टल की स्टूडेंट पिछले एक-डेढ़ महीने से चूहों से परेशान हैं। छात्राएं जब नींद में रहती हैं, तब चूहे कभी पैरों पर तो कभी हाथ पर काट लेते हैं। इसकी शिकायत स्टूडेंट कई बार वार्डन से कर चुके हैं, लेकिन वार्डन ने समस्या का समाधान करना तो दूर डीन को भी खबर नहीं दी। चूहों के काटने के कारण रैबीज का इंजेक्शन लगवाना पड़ रहा है। इससे अलग परेशानी हो रही है।
NPG.News ने जब डीन डॉ. तृप्ति नागरिया से बात की तो यह जानकर वे चौंक गईं। हॉस्टल में ऐसी स्थिति है, यह उन्हें नहीं पता था। उन्होंने कहा कि वे तत्काल जानकारी लेंगी और जो समस्या है, उसे दूर करेंगी। वार्डन डॉ. उषा जोशी ने फोन रिसीव नहीं किया।
हॉस्टल के पीछे झाड़ियां, गंदगी और सीपेज
सबसे नामी मेडिकल कॉलेज की स्टूडेंट किन समस्याओं से जूझ रही हैं, यह जानने के लिए तस्वीरें देख लीजिए। हॉस्टल के पीछे झाड़ियां हैं, गंदगी है, जिससे चूहे आते हैं। कई बार आसपास सांप भी निकलते हैं। दीवारों पर सीपेज है। फर्श और दीवार का प्लास्टर उखड़ रहा है। इसके बाद भी मेंटेनेंस की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
एलुमनी जमा होते हैं, लेकिन झांकने नहीं जाते
एक बड़ा सवाल यह भी है कि राजधानी में ही कई नामी डॉक्टर हैं, जो मेडिकल कॉलेज से पासआउट हैं और आर्थिक रूप से काफी सक्षम हैं। एलुमनी मीट के दौरान वे यहां इकट्ठे होते हैं। पुरानी बातों को याद करते हैं। इनमें से कुछ इकट्ठा होकर अपनी ओर से भी सुविधाओं में विस्तार के लिए मदद कर सकते हैं, लेकिन ऐसी पहल नहीं हो रही।