बड़ी खबर : आदिवासी युवतियों से शादी कर जमीन खरीदी-बिक्री का खेल, सीईओ ने मांगी सरपंच-सचिवों से जानकारी
मनेंद्रगढ़. छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में नवगठित जिले मनेंद्रगढ़ में आदिवासियों युवतियों से शादी कर जमीन की खरीद-बिक्री का मामला सामने आया है. जनपद पंचायत के सीईओ ने सभी सरपंच और सचिवों से ऐसे लोगों की डिटेल मंगाई है, जिससे एसडीएम को भेजकर कार्रवाई की जा सके. बता दें कि कोई भी गैर आदिवासी आदिवासियों की जमीन नहीं खरीद सकता. यही वजह है कि आदिवासी युवतियों से शादी कर उनके नाम पर जमीन खरीदी जा रही है या बेची जा रही है.
मनेंद्रगढ़ जिला बनने के बाद जमीन की कीमत बढ़ गई है. नए जिले मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर का मुख्यालय मनेंद्रगढ़ है, जहां ज्यादातर जमीन आदिवासियों की है. मनेंद्रगढ़ के नगर निगम का दर्जा बचाए रखने के लिए आसपास के उन क्षेत्रों को नगर निगम सीमा में शामिल कर लिया गया है, जहां अभी तक विकास के नाम पर सड़क भी नहीं पहुंची है. ऐसे में भू माफिया की नजर इन क्षेत्रों में है, जहां भविष्य में कॉलोनी या अन्य व्यावसायिक उपयोग किया जा सके. ऐसी शिकायतों के आधार पर मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत के सीईओ ने सभी सरपंच और सचिवों से तीन दिन में ऐसे लोगों की जानकारी मंगाई है. देखें सीईओ का पत्र...
धर्मांतरण भी बड़ा मुद्दा
वैसे इस क्षेत्र में धर्मांतरण भी बड़ा मुद्दा है. भाजपा सहित अन्य हिंदूवादी संगठन लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि दूसरे समुदाय के लोग आदिवासियों के साथ शादी कर वहां अपना कुनबा बढ़ाने में लगे हुए हैं. ऐसी शिकायतें बलरामपुर के पुंदाग इलाके में भी है. इस पत्र को इस नजरिये से भी देखा जा रहा है.