Congress Mahadhiveshan खरगे बोले : मोदी-शाह डिक्टेटरशिप चला रहे, छत्तीसगढ़ में छापे डाले लेकिन यहां के लोग डरने वाले नहीं हैं
रायपुर. राजधानी रायपुर में हाथ से हाथ जोड़ो आमसभा में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह डिक्टेटरशिप चला रहे हैं. 51 साल के राजनैतिक सफर में उन्होंने कभी भी महाधिवेशन के दौरान छापे पड़ते नहीं देखा, लेकिन छत्तीसगढ़ में धड़ाधड़ छापे मारे गए. उन्हें नहीं पता कि छत्तीसगढ़ के लोग डरने वाले नहीं हैं. यहां के लोगों ने जगह जगह का पानी पिया है. उनके पास लाठी की शक्ति है तो हमारे पास वोटों की शक्ति है. इसे लोग इस्तेमाल कर दिखाएंगे.
खरगे ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के लोगों को शानदार महाधिवेशन के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि आयोजन में देश के कोने-कोने से दस हजार लोग यहां पहुंचे. सबको एक जगह लाने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया. सोनिया गांधी जी ने कहा कि कहा कि छत्तीसगढ़ में होना चाहिए. भूपेश बघेल जी ने सबसे पहले कहा कि छत्तीसगढ़ में होना चाहिए. चाहे ईडी की रेड हो या सीबीआई की रेड को सफल बनाकर दिखाएंगे. उन्होंने साबित कर दिया कि चाहे कितना भी तकलीफ हो, उसे यशस्वी बनाएंगे. इससे पहले अशोक गहलोत ने उदयपुर राजस्थान में किया था. यहां महाधिवेशन ऐतिहासिक है. ऐसा महाधिवेशन हर जगह नहीं होते.
आज की जो सरकार है केंद्र में, यह लोकतांत्रिक सरकार नहीं है. ये सिर्फ अपना डिक्टेटरशिप चलाते हैं. हमको आपकी ओर से, गरीबों की ओर से, स्त्रियों की ओर से, एससी-एसटी की ओर से कोई बात रखने के लिए हमें आजादी नहीं है. कोई भाषण हम करते हैं जनता के हित में, राहुल गांधी ने लोकसभा और मेरा भाषण राज्यसभा में उसे काट दिया. हमने कोई गलत शब्द नहीं कहा. हमने हिसाब पूछा कि अडानी की संपत्ति 2004 से पहले 3000 करोड़ संपत्ति थी. 2014 में 50 हजार करोड़ संपत्ति हुई. इसके बाद ढाई साल में अब 13 लाख करोड़ हो चुकी है. ऐसा कौन सा जादू है जो मंत्र आपने अडानी को पढ़ाया वही हमें बोलिए. एक रुपए का 13 रुपए कैसे होता है?
एक व्यक्ति के लिए पूरा राष्ट्र उन्होंने गिरवी रखा. 80 हजार करोड़ रुपए उन्होंने एक कंपनी को लोन दिया. वह एलआईसी का पैसा है, जो हमारे बच्चों के लिए इंश्योरेंस करते हैं. इंश्योरेंस के पैसे जो उस कंपनी में है एलआईसी में, वह निकालकर आपने दिया. जो गरीब मेहनतकश लोग अपना पैसा बैंक में डिपॉजिट करते हैं. एसबीआई, पंजाब नेशनल बैंक ने इतना लोन दिया कि पूछो मत. इतना बड़ा लोग एक व्यक्ति को देते हैं, वह भी सरकार की कंपनियों को खरीदने के लिए देते हैं. पैसे, संपत्ति हमारी. खरीदने वाला अडानी और आशीर्वाद देने वाला मोदी. मोदी कहते हैं न खाऊंगा न खाने दूंगा, लेकिन हमारी संपत्ति बेच रहे हैं. यह पैसा आपके दोस्त के पास जा रहा है. वह कौन सा दोस्त है, जिसके प्लेन में आप प्रधानमंत्री की शपथ लेने के लिए उसकी प्लेन में आए थे.
छोटे छोटे करप्शन बंद किया और बड़े बड़े करप्शन की अनुमति दे दी. अडानी के साथ आप दिल्ली आए या नहीं? आप कितने देशों में घूमे? आपके पहुंचने के बाद कितने देशों में पहुंचा? कितने देशों के मुखिया से आपने अडानी को मिलवाया? यह पूछा तो संसद के रिकॉर्ड से निकलवा दिया. हम ऐसे लोकतंत्र में हैं, जहां बोलने की आजादी नहीं है. लिखने की आजादी नहीं है. खाने की आजादी नहीं है. आजकल कोई व्यक्ति अगर सच बोलता है तो उसे जेल भेज देते हैं. मेरे को 51 साल हो गए हैं और मैंने कभी नहीं देखा कि महाधिवेशन चल रहा है और धड़ाधड़ रेड डाल रहे हैं. छत्तीसगढ़ के लोग डरने वाले नहीं हैं.
वो लोग जंगल में रहते हैं. हर पानी को देखे हैं. हर पानी पीए हैं. नदी बावड़ी का पानी पीए हैं. तुम तो एक बॉटल का पानी पीए हो. क्यों आपने वित्त विभाग का ईडी है, उसे होम डिपार्टमेंट से क्यों जोड़ा? 70 साल से जो आर्थिक विभाग में था, उसे शाह के हाथ में था, क्योंकि सताने-डराने के लिए लाठी उनके हाथ दे दी. को-ऑपरेटिव सोसायटी कारखाने भी वहां के लोगों को डराकर कारखाने लेना, डीसीसी बैंक लेना, क्रेडिट को-ऑपरेटिव लेना भी होम डिपार्टमेंट के साथ जोड़ दिया?
होम में लॉ एंड ऑर्डर होता है. देश के बॉर्डर देखने का रहता है, लेकिन यह सब शाह ने अपने हाथ में लिया. दोनों मिलकर देश में डिक्टेटरशिप चलाना चाहते हैं. लोकतंत्र के लिए यही खतरा है. इसके लिए आपको डटकर मुकाबला करना है. अगर संविधान नहीं बचा तो सबसे ज्यादा मार किसकी लगेगी वह आदिवासी, दलित अल्पसंख्यक और महिलाओं पर लगेगी.